भारतीय महिला टीम में BCCI ने किया बड़ा बदलाव, ऋषिकेश कानिटकर को बनाया बैटिंग कोच
Indian Women Team: भारतीय महिला क्रिकेट टीम में मंगलवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला है। BCCI ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए बैटिंग कोच की जिम्मेदारी ऋषिकेश कानिटकर को सौंपी है। ऋषिकेश कानिटकर टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के बेहद करीबी माने जाते हैं।
Indian Women Team: भारतीय महिला क्रिकेट टीम में मंगलवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला है। BCCI ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए बैटिंग कोच की जिम्मेदारी ऋषिकेश कानिटकर को सौंपी है। ऋषिकेश कानिटकर टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के बेहद करीबी माने जाते हैं। जबकि रमेश पवार एनसीए भेजे गए हैं। रमेश पवार एनसीए में अब वीवीएस लक्ष्मण के साथ काम करते नज़र आएंगे। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नए बैटिंग कोच ऋषिकेश कानिटकर ऑस्ट्रेलिया के शुरू होने वाली टी-20 सीरीज से पहले टीम के साथ जुड़ जाएंगे। इससे पहले टीम इंडिया ने महिला विमेंस अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम की घोषणा की थी। जिसकी कमान शेफाली वर्मा को सौंपी गई थी।
मेरे लिए ये बड़े सम्मान की बात है: ऋषिकेश कानिटकर
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी ऋषिकेश कानिटकर ने इस जिम्मेदारी के बाद कहा कि ''भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए बीसीसीआई का बड़ा आभार और इसके साथ ये मेरे लिए बड़े ही सम्मान की बात है।'' इसके अलावा उन्होंने महिला टीम का जिक्र करते हुए कहा कि ''हमारे पास युवाओं और अनुभव का अच्छा मिश्रण है। मुझे इस टीम में जबरदस्त संभावनाएं दिख रही हैं। आने वाले समय में कई बड़े टूर्नामेंट खेले जाने बाकी हैं। ऐसे में मेरे लिए अब जिम्मेदारी काफी चुनौतीपूर्ण रहेगी।''
सिल्वर जुबली कप में दिलाई टीम इंडिया को रोमांचक जीत:
बता दें ऋषिकेश कानिटकर टीम इंडिया के लिए काफी समय तक खेलते रहे। 1998 में खेले गए सिल्वर जुबली कप के फाइनल मैच के लिए उनको हमेशा याद किया जाता है। कानिटकर ने सिल्वर जुबली कप के फाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया को बहुत ही रोमांचक जीत दिलाई थी। पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में टीम इंडिया को दो गेंदों पर तीन रन बनाने थे, सकलेन मुश्ताक की लास्ट बॉल पर चौका लगाकर टीम को खिताब जीताया था।
कोची टस्कर्स ने बनाया था असिस्टेंट कोच:
ऋषिकेश कानिटकर आईपीएल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ऋषिकेश को आईपीएल की नई टीम कोची टस्कर्स ने साल 2011 में अपना असिस्टेंट कोच नियुक्त किया था। लेकिन कुछ ही समय बाद किसी विवाद के चलते उन्हें अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। इसके बाद उन्हें गोवा की रणजी टीम का हेड कोच बनाया गया था। कानिटकर को राहुल द्रविड़ का बेहद करीबी दोस्त माना जाता है।