एशेज से कम नहीं है बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का महत्व, जानिए कैसा है भारत और ऑस्ट्रेलिया का सीरीज में रिकॉर्ड..?
Border Gavaskar trophy History: टी-20 और वनडे क्रिकेट के रोमांच के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी टेस्ट सीरीज का घमासान शुरू होने जा रहा है। क्रिकेटप्रेमियों को दुनिया की दो टॉप टीमों के बीच अगले महीने से टेस्ट क्रिकेट का जबरदस्त रोमांच देखने को मिलेगा। अब आप समझ गए होंगे हम किस टेस्ट सीरीज का जिक्र कर रहे हैं।
Border Gavaskar trophy History: टी-20 और वनडे क्रिकेट के रोमांच के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी टेस्ट सीरीज का घमासान शुरू होने जा रहा है। क्रिकेटप्रेमियों को दुनिया की दो टॉप टीमों के बीच अगले महीने से टेस्ट क्रिकेट का जबरदस्त रोमांच देखने को मिलेगा। अब आप समझ गए होंगे हम किस टेस्ट सीरीज का जिक्र कर रहे हैं। जी हां, अगले महीने से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीचबॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी यानी BGT सीरीज की शुरुआत होने जा रही है। एशेज सीरीज की तरह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी जोरदार घमासान देखने को मिलता है। चलिए आज हम आपको इस सीरीज के बारे में सारी बातें डिटेल्स से बताते हैं...
दो महान खिलाड़ियों के नाम पर रखा गया ट्रॉफी का नाम:
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली एक टेस्ट क्रिकेट सीरीज है। इस सीरीज का नाम दो महान टेस्ट के नाम पर रखा गया। ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर और भारत के सुनील गावस्कर के नाम पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नामकरण हुआ। बता दें इस दोनों खिलाड़ियों से जुड़ा एक रोचक तथ्य हैं जो शायद ही किसी को मालूम हो। बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले दो ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने करियर में 10,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं। क्रिकेट को बढ़ावा मिलने के पीछे भी इनका योगदान बहुत माना जाता है। ऐसे में अब दोनों टीमें इन दो महान खिलाड़ियों के नाम पर आपस में भिड़ती है।
1996 से शुरू हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी:
वैसे तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1947 से हो गई थी। लेकिन उसके बाद साल 1996 में इन दोनों महान खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बीसीसीआई की आपसी सहमति से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नाम रखा गया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पहली बार 1996 में खेली गई थी, जब ऑस्ट्रेलिया एक टेस्ट मैच खेलने भारत दौरे पर आई थी। तब से लेकर अब तक हर दो-तीन साल के दरमियान दोनों टीमों के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आयोजन होता है। एशेज ट्रॉफी की तरह क्रिकेट में इस सीरीज का भी बड़ा महत्व माना जाता है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का रिकॉर्ड कैसा है?
अब नज़र डालते हैं बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के परिणाम पर.. पहली बार यह सीरीज साल 1996 में खेली गई थी। इस सीरीज में एक मात्र टेस्ट मैच खेला गया था जो दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान पर हुआ था। भारतीय टीम ने उस टेस्ट में जीत दर्ज की थी, उस समय टीम के कप्तान सचिन तेंदुलकर थे। उसके बाद से लेकर अब तक कुल 15 बार इस ट्रॉफी का आयोजन हुआ है। जिसमें टीम इंडिया का पलड़ा भारी रहा है। भारत ने 9 बार ट्रॉफी को जीता है और ऑस्ट्रेलिया के नाम 5 खिताब है। जबकि एक बार सीरीज ड्रॉ रही है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से जुड़े रोचक आंकड़े:
बता दें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का इतिहास करीब 27 साल पुराना हो चुका है। इस दौरान दोनों टीमों के बीच कई बार कांटे की टक्कर देखने को मिली है। इस ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में सचिन तेंदुलकर (3262), रिकी पोंटिंग (2555), और VVS लक्ष्मण (2434) का नाम शामिल है। जबकि सबसे ज्यादा विकेट के मामले में अनिल कुंबले (111), हरभजन सिंह (95), और नाथन लियोन (94) का नाम आता है। इस ट्रॉफी में टीम इंडिया और उनके खिलाड़ियों का बोलबाला देखने को मिलता है।
ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर दो बार हरा चुकी टीम इंडिया:
इस ट्रॉफी में टीम इंडिया का रिकॉर्ड शुरू से ही शानदार रहा है। भारत ने पहली बार 1996 में सबसे पहले जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टीम इंडिया ने कंगारू टीम को दो बार धूल चटाई है। जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम सिर्फ एक बार भारतीय सरजमीं पर यह सीरीज अपने नाम कर पाई है। उसके अलावा हमेशा हार के ही जाना पड़ा है। पिछले तीन सीरीज में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है। ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार इस ट्रॉफी को अपने नाम 2014-15 में किया था।
WTC Final के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण ये श्रृंखला:
बता दें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी WTC Final के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ऑस्ट्रेलिया 78.57 प्वॉइंट्स अंक के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप प्वॉइंट्स टेबल के टॉप पर काबिज है। जबकि भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में 58.93 प्वॉइंट्स के साथ टेबल में दूसरे नंबर है। भारतीय टीम अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने में कामयाबी रहती है तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच होगा. अगर ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया को हरा देती है तो साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रलिया के बीच फाइनल खेला जाएगा। अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-2 की बराबरी पर रहती है तो भी भारतीय टीम फाइनल में पहुंच जाएगी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पूरा शेड्यूल
1. पहला टेस्ट, 9 से 13 फरवरी (नागपुर)
2. दूसरा टेस्ट,17 से 21 फरवरी (दिल्ली)
3. तीसरा टेस्ट, 1 से 5 मार्च (धर्मशाला)
4. चौथा टेस्ट, 9 से 13 मार्च (अहमदाबाद)
दोनों टीमों का स्कवॉड:
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, सूर्यकुमार यादव।
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), डेविड वॉर्नर, स्टीवन स्मिथ (उपकप्तान), एश्टन एगर, स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), कैमरुन ग्रीन, जोश हेजलवुड, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, लांस मॉरिस, टॉड मर्फी, मैट रेनशॉ, मिचेल स्टार्क, मिचेल स्वेप्सन।