जकार्ता: एशियाई खेल 2018 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बुधवार को हांगकांग को 26-0 से हराकर अपने इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले उसने अपने पहले मैच में इंडोनेशिया को 17-0 से हराया था। भारत के हॉकी इतिहास की भी यह सबसे बड़ी जीत रही। पीआर श्रीजेश के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने 86 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इससे पहले भारत ने 1932 ओलंपिक में ध्यानचंद के नेतृत्व में अमेरिका को 24-1 से मात दी थी, जो उसकी सबसे बड़ी जीत थी।
भारतीय हॉकी टीम ने अब तक दो मैचों में कुल 43 गोल दागे हैं। हांगकांग के खिलाफ भारत ने चार खिलाड़ियों की हैट्रिक की मदद से 26 गोल दागे। हरमनप्रीत सिंह (28', 52', 53', 55') ने सर्वाधिक चार गोल दागे। भारत की तरफ से हरमनप्रीत के अलावा आकाशदीप सिंह (2', 32', 39'), रुपिंदर पाल सिंह (3', 4', 59') और ललित (16', 19', 34') ने हैट्रिक जमाई।
इसके अलावा एसवी सुनील (7', 45'), मनप्रीत सिंह (2', 17') और मंदीप सिंह (20', 21') ने दो-दो गोल किए। वहीं अमित रोहानी (17'), सुरेंदर (54'), सिमरनजीत (53'), चिंगलेनसना (51'), दिलप्रीत (47'), वरुण (29') और विवेक (14') ने एक-एक गोल किया।
भारतीय टीम के सामने हांगकांग बौनी साबित हुई जो कभी मुकाबले में खेलती नजर नहीं आई। हांगकांग टीम ने पूरे मैच में सिर्फ एक बार आक्रमण करने का प्रयास किया। गेंद पर उनका नियंत्रण भी अच्छा नहीं रहा। वहीं भारतीय टीम पूरे जोश के साथ खेली। कोच हरेंद्र सिंह ने भी खिलाड़ियों का उत्साह बरकरार रखा। भारत ने पहले क्वार्टर में 6 गोल दागे तो दूसरे में आठ। तीसरे क्वार्टर में भारत ने चार गोल किए जबकि चौथे व अंतिम क्वार्टर में 8 गोल दागकर हांगकांग की बैंड बजा दी।
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