रांची: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रांची स्थित पुश्तैनी घर में बने स्वीमिंग पूल को लेकर लोगों ने मुहीम छेड़ दी है। लोगों ने उनके इस स्वीमिंग पूल को लेकर झारखंड सरकार से शिकायत की है। लोगों ने मंत्री अमर कुमार बाउरी के जनता दरबार में जाकर स्वीमिंग पूल को 15 हजार लीटर पानी मिलने पर ऐतराज जताया है।
क्या है लोगों का आरोप
-लोगों का आरोप है कि महाराष्ट्र के लातूर की तरह ही झारखंड का हमरू इलाका भी जल संकट से बुरी तरह से परेशान है।
-लोगों का कहना है कि सभी बोरिंग सूख चुके हैं, लेकिन जनप्रतिनिधि का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
-धोनी के इस स्वीमिंग पूल में काफी पानी बर्बाद किया जा रहा है जबकि उनके घर में केवल 10 सदस्य ही हैं।
-संविधान में सभी नागरिकों को समानता का अधिकार दिया गया है। ऐसे में संकट में किसी को भी पानी बर्बाद करने की अनुमति कैसे दी जा सकती है।
-धोनी के हरमू वाले घर में मौजूद स्वीमिंग पूल के लिए 15 हजार लीटर पानी का इंतजाम हो सकता है लेकिन पांच हजार की आबादी वाले यमुनानगर की परवाह किसी को नहीं है।
कैसा है क्षेत्र का हाल
-धोनी के घर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर बसे यमुनानगर में न तो बोरवेल से पानी निकल रहा है और न ही टैंकर से पानी की सप्लाई हो रही है।
-दो साल से इलाके के वार्ड पार्षद से लेकर नगर निगम के अधिकारियों से मिन्नतें कर चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ।
धोनी के करीबियों ने आरोपों को किया खारिज
-धोनी के करीबियों का कहना है कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
-उनका तर्क है कि स्वीमिंग पूल में हर वक्त पानी भरा नहीं रहता है बल्कि जब धोनी आते हैं तब स्वीमिंग पूल में पानी होता है, इसके लिए किसी का हक या हिस्सा मारकर पानी नहीं लिया जाता।