Sachin Tendulkar's Statue: जहां सीखा क्रिकेट, जहां खत्म हुआ क्रिकेटर करियर, वहीं पर अब मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अपनी प्रतिमा से करेंगे प्रेरित
Sachin Tendulkar's Statue: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की करियर की कईं यादें मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के साथ जुड़ी हैं। अब वहीं पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई।
Sachin Tendulkar's Statue: जहां पर क्रिकेट को सीखा, जहां पर क्रिकेट को जिया, जहां पर क्रिकेट को अलविदा कहा, अब वहीं पर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर बिना उपस्थित रहे ही युवाओं को क्रिकेट के खिलाए प्रेरित करते हुए नजर आएंगे। वो वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद रहे या ना रहे, लेकिन फैंस को हमेशा ही अब अपना दीदार देते हुए नजर आएंगे। भारत के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर अपने होम ग्राउंड मुंबई के वानखेड़े स्टेडिमय में सदा-सदा के लिए बस गए हैं।
वानखेड़े में किया गया सचिन तेंदुलकर की प्रतिमा का अनावरण
जी हां... विश्व क्रिकेट के शतकों के शहंशाह सचिन तेंदुलकर ने जहां से अपने क्रिकेट का आगाज किया था और जहां उन्होंने क्रिकेट करियर को खत्म किया अब उसी अपने घरेलू स्टेडियम मुंबई के वानखेड़े में स्टैच्यू के रूप में स्थापित हो गए हैं। बुधवार को खुद मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की उपस्थिति में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा किए गए कार्यक्रम के दौरान उनके स्टैच्यू का अनावरण किया गया है। इस दौरान कईं बड़ी हस्तियां मौजूद रही।
सचिन और उनके परिवार की उपस्थिति में हुआ कार्यक्रम, कईं हस्तियां रही मौजूद
मुंबई के इस ऐतिहासिक स्टेडियम वानखेड़े में जब सचिन तेंदुलकर की कांस्य से बनी चमचमाती मूर्ति से पर्दा हटाया गया तो पूरा स्टेडियम सचिन... सचिन... के नारों से गूंज उठा। खुद सचिन भी अपनी प्रतिमा के अनावरण के दौरान मौजूद रहे। इसके साथ की इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी उपस्थित रहे। इसके अलावा क्रिकेट बोर्ड के सबसे बड़े प्रशासक में से एक रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे। साथ ही महाराष्ट्र सरकार के खेल मंत्री संजय बानसोडे, बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल काले, सचिव अजिंक्य राइक के साथ ही बीसीसीआई और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के और भी पदाधिकारी मौजूद थे।
मास्टर-ब्लास्टर को स्टैच्यू की प्रतिमूर्ति भी की गई भेंट
इस कार्यक्रम के लिए सचिन तेंदुलकर को आमंत्रित किया गया था। इस खास मौके पर सचिन का पूरा परिवार वहां पर उपस्थित होकर इस गौरवान्वित पल का गवाह बना। सचिन को इस स्टैच्यू में उनके फेवरेट शॉट लॉफ्टेड ड्राइव करते हुए दर्शाया गया है। इस मूर्ति को अहमदनगर के मूर्तिकार प्रमोद कांबले ने तैयार किया। इस बड़े स्टैच्यू जैसी ही प्रतिमूर्ति सचिन तेंदुलकर को भेंट स्वरूप दी गई। आपको बता दें कि वानखेड़े में ही सचिन ने क्रिकेट खेलना सीखा, तो यहीं पर ही उन्होंने अपना पहला वर्ल्ड कप 2011 मे जीता, जिसके बाद इसी मैदान में 2013 में इंटरनेशनल करियर को अलविदा कहा।