फिल्म स्टार बनने का देखा था सपना, अब 79 साल की उम्र में देश के लिए जीतना चाहती हैं गोल्ड
नई दिल्ली: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता और पालेमबैंग में शनिवार शाम 5:30 बजे से 18वें एशियाई खेल शुरू होंगे। इन खेलों में भारत के 571 एथलीट्स भाग लेंगे। इनमें सबसे उम्रदराज 79 साल की रीता चौकसी हैं। वे ताश से खेले जाने वाले ब्रिज में हिस्सा लेंगी। इसमें दोनों टीमों से दो-दो खिलाड़ी होते हैं। इसे एशियाई खेलों में पहली बार शामिल किया गया है। देश को इस बार भी अपने खिलाड़ियों से अप्रैल में हुए गोल्डकोस्ट कॉमनवैल्थ जैसी कामयाबी की उम्मीद है। इस प्रतियोगिता में भारत पदकों के मामले में तीसरे नंबर पर रहा था।
बचपन में देखा था फिल्म स्टार बनने का सपना
रीता चौकसी दिल्ली के खेलगांव परिसर में ही रहती हैं। इसे 1982 में एशियाड के लिए बनाया गया था। बाद में इसके फ्लैट्स बेच दिए गए थे। रीता नियमित योग और व्यायाम करती हैं। वह फिल्म स्टार बनना चाहती थीं, लेकिन पिता के विरोध के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया।
पिता ने इस गेम के लिए किया था प्रेरित
रीता के पिता ने ही उसे ब्रिज खेलने के लिए प्रेरित किया था। वे 1970 से इस खेल में हिस्सा ले रही हैं। कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। इन एशियाई खेलों में वे चीन और इंडोनेशिया को कड़ी चुनौती मानती हैं।
उद्घाटन आज, कल से शुरू होंगे खेल
जकार्ता के जीबीके स्टेडियम में होने वाले उद्घाटन समारोह से एशियाई खेलों की औपचारिक शुरुआत होगी, जबकि 19 अगस्त से स्पर्धाएं शुरू होंगी। उद्घाटन समारोह में जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा तिरंगा थामे भारतीय दल की अगुआई करेंगे। नीरज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। इन खेलों में भी वे भारत की पदक की उम्मीद हैं। एशियाड में भारत 36 खेलों में हिस्सा ले रहा है। इस बार 10 और नए खेलों को शामिल किया गया है। भारत समेत सात देश- इंडोनेशिया, जापान, फिलीपींस, श्रीलंका, सिंगापुर और थाईलैंड ने हर एशियाई खेलों में भाग लिया है। एशियन गेम्स का प्रसारण सोनी नेटवर्क के चैनल्स पर होगा।
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सुशील-साक्षी से पोडियम फिनिश की आस
भारत के लिए पदक की उम्मीदों की बात की जाए तो नीरज के अलावा पहलवान सुशील कुमार, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट पोडियम फिनिश कर सकते हैं। मुक्केबाजी में शिव थापा, विकास कृष्णा और सोनिया लाठेर पदक जीतने में सक्षम हैं। विकास के पास एशियन गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीतने वाला पहला भारतीय मुक्केबाज बनने का मौका है। वे 2010 में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। मनु भाकर, अनीश भानवाल जैसे युवा और संजीव राजपूत जैसे अनुभवी निशानेबाज भी पदक जीतने का माद्दा रखते हैं।
शटलर्स पर पहला गोल्ड जीतने की जिम्मेदारी
पीवी सिंधु, साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत पर बैडमिंटन में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने की जिम्मेदारी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने इतिहास रचा था। एशियाड में भी उनसे ऐसी ही उम्मीद होगी। इन खेलों में भारत की पुरुष हॉकी टीम मौजूदा चैम्पियन के तौर पर उतर रही है। हालिया फॉर्म देखते हुए संभावना है कि पीआर राजेश की कप्तानी वाली टीम गोल्ड मेडल के साथ ही स्वदेश लौटे। महिला टीम 1958 में एकमात्र स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही है। पिछले संस्करण में उसके हिस्से में ब्रॉन्ज मेडल आया था। हालांकि, रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम इस बार पदक का रंग बदल सकती है।
कबड्डी में स्वर्ण पदक की उम्मीद
एशियाई खेलों में कबड्डी को 1990 में शामिल किया गया। इस खेल में तब से ही भारत का दबदबा है। कबड्डी में भारत अब तक नौ गोल्ड मेडल जीत चुका है। इस बार ऐसी ही उम्मीद है। हाल ही में आईएएएफ अंडर-20 चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत इतिहास रचने वाली फर्राटा धावक हिमा दास पर भी सबकी निगाहें हैं। असम की रहने वाली हिमा 400 मीटर में भारत की पदक की सबसे बड़ी उम्मीद हैं।
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उद्घाटन समारोह में दिखेगी इंडोनेशिया की खूबसूरत संस्कृति
उद्घाटन समारोह में इंडोनेशिया के प्रसिद्ध गायक अंगगन, राइसा, तुलुस, इडो कोनडोलोजिट, पुत्री अयु, फातिन, कामासिएन और विया वालेन प्रस्तुति देंगे। इसके लिए एक भव्य मंच तैयार किया गया है। यह 120 मीटर लंबा, 30 मीटर चौड़ा और 26 मीटर ऊंचा है। इसके बैकग्राउंड में पहाड़ दिखेगा, जिस पर इंडोनेशिया में पाए जाने वाले फूल और पौधे नजर आएंगे। उद्घाटन समारोह में कुल 4000 डांसर प्रस्तुति देंगे।