Virat Kohli: इस साल भी फेल साबित हुए विराट कोहली, अब शतक के लिए करना होगा अगले साल का इंतजार
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी विराट विफल साबित हुए। सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में 35 रन बनाने वाले विराट दूसरी पारी में सिर्फ 18 रन ही बना सके।
Virat Kohli: मौजूदा टेस्ट कप्तान विराट कोहली को अपने शतक के लिए अब अगले साल का इंतजार करना होगा। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 2019 के नवंबर महीने में आखिरी शतक लगाया था और उसके बाद वे दो साल का समय बीत जाने के बावजूद एक भी शतक नहीं लगा सके हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी विराट विफल साबित हुए। सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में 35 रन बनाने वाले विराट दूसरी पारी में सिर्फ 18 रन ही बना सके। मौजूदा समय में विराट को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है मगर 2021 में उनका औसत काफी खराब रहा है। हाल के दिनों में उन्होंने एक भी शतक नहीं लगाया है जबकि इस मामले में उनके प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी उनसे काफी आगे हैं।
दूसरी पारी में भी सस्ते में आउट हुए विराट
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विराट का बैटिंग रिकॉर्ड अच्छा रहा है। ऐसे में क्रिकेट फैंस को सेंचुरियन टेस्ट में विराट से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। इस टेस्ट मैच की पहली पारी में विराट अच्छे टच में दिख रहे थे और उन्होंने 35 रन बना लिए थे मगर बाहर जाती हुई गेंद को छेड़ने के प्रयास में वे कैच आउट हो गए।
उन्होंने इतनी बाहर जाती हुई गेंद पर बल्ला अड़ाने की कोशिश की कि वनडे मैचों में वह गेंद वाइड करार दी जाती। विराट जैसे खिलाड़ी से किसी को भी ऐसे शॉट की उम्मीद नहीं थी मगर एक ढीला शॉट खेलकर उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया।
पहली पारी में लापरवाही भरे शॉट से आउट होने के बाद विराट से दूसरी पारी में काफी उम्मीदें थी मगर दूसरी पारी में भी विराट पूरी तरह फेल साबित हुए। दूसरी पारी में भी विराट अपनी गलती के कारण ही आउट हुए। दूसरी पारी में विराट के आउट होने के बाद अब यह तय हो गया है कि उनका शतकों का सूखा इस साल खत्म होने वाला नहीं है।
इस साल एक हजार रन भी नहीं बना सके
यदि मौजूदा साल की बात की जाए तो 2021 विराट के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अच्छा साबित नहीं हुआ। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में विराट ने 24 मैचों की 30 पारियों में बल्लेबाजी की और इस दौरान वे 1000 रन भी नहीं बना सके। टेस्ट क्रिकेट, वनडे और टी 20 में कुल मिलाकर विराट ने इस साल सिर्फ 964 रन ही बनाए हैं। इस साल उनका औसत सिर्फ 37.07 रहा है। यदि उनके करियर को देखा जाए तो इस साल का उनका औसत काफी खराब रहा है। इसे समझा जा सकता है कि विराट अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करने में विफल रहे हैं।
टेस्ट मैचों का औसत और भी खराब
विराट इस साल खेले गए 11 टेस्ट मैच में सिर्फ 536 रन ही बना सके हैं। टेस्ट मैच में इस साल उनका औसत 28.21 रहा है। इस औसत से समझा जा सकता है कि विभिन्न देशों के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में विराट किस तरह फेल साबित हुए हैं। कोहली ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाया था मगर उसके बाद उनका बल्ला लगातार शतक के लिए तरस रहा है।
कोहली को दूर करनी होगी यह कमी
पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि कोहली फुटवर्क में कमी के कारण फेल साबित हो रहे हैं। टीम इंडिया के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर का मानना है कि कोहली को फ्रंट फुट पर खेलना ज्यादा पसंद आता है। बांगर ने कोहली की कमी बताते हुए कहा कि कोहली आगे बढ़कर तो खेलते हैं मगर वे अपने पिछले पैर का इस्तेमाल नहीं करते।
बांगर के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका की पिचों पर आप सिर्फ फ्रंट फुट पर निर्भर नहीं रह सकते। कोहली को बैकफुट पर भी जाकर खेलना होगा। इसके साथ ही बाहर जाती हुई गेंदों को छेड़ने से बचना होगा। यदि कोहली भविष्य में बल्लेबाजी के दौरान अपनी इन कमियों को ध्यान में रखें तो निश्चित रूप से वे बड़ी पारी खेलने में कामयाब हो सकते हैं।