Gyanvapi mosque में शिवलिंग मिलने पर भड़के ओवैसी, बोले अब नहीं लेने देंगे मस्जिद
ओवैसी ने कहा जब मै 19-20 साल का था तब बाबरी मस्जिद को मुझसे छीन लिया गया। अब हम वही 19-20 साल के बच्चों की आंखों के सामने दोबारा मस्जिद को नहीं खोएंगे।
Gyanvapi mosque ज्ञानवापी सर्वे के दौरान मस्जिद के वजू खाने के पानी के नीचे मिले शिवलिंग के घटनाक्रम पर मुस्लिम पक्ष के रिएक्शन की शुरुआत हो गई है। एआईएमआईएम के मुखिया असद्दुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कहा है, यह बाबरी मस्जिद में दिसंबर 1949 की पाठ्यपुस्तक की पुनरावृत्ति है। यह आदेश ही मस्जिद के धार्मिक स्वरूप को बदल देता है। यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। यह मेरी आशंका थी और यह सच हो गया है। ज्ञानवापी मस्जिद फैसले के दिन तक मस्जिद थी और रहेगी इंशाअल्लाह।
ओवैसी ने सवाल उठाया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1991 के ऐक्ट को नहीं मानेंगे। मुस्लिम नेता बोले कि वह मुगलों के नहीं, बल्कि संविधान के पैरोकार हैं। कोर्ट का फैसला गलत है। उसने पार्लियामेंट में बने प्लेसेज ऑफ रिलीजियस वर्शिप ऐक्ट के खिलाफ यह निर्णय दिया है। इस फैसले के खिलाफ मस्जिद कमेटी और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए और सर्वे को रुकवाने की कोशिश करनी चाहिए।
ओवैसी ने कहा जब मै 19-20-21 साल का था तब बाबरी मस्जिद को मुझसे छीन लिया गया। अब हम वही 19-20 साल के बच्चों की आंखों के सामने दोबारा मस्जिद को नहीं खोएंगे।