जियो की क्लाउड गेमिंग टेक्निक: एंट्री लेवल 5G मोबाइल पर भी हो सकेगी हाई-एंड गेमिंग
Jio Cloud Gaming Technology: गेमिंग उद्योग की शक्ल पूरी तरह बदलने वाली है। 5जी टेक्नोलॉजी से अब एंट्री लेवल 5जी मोबाइल फोन रखने वाले गेमर्स भी हाई-एंड गेम खेलने का मजा ले सकेंगे।
Jio Cloud Gaming Technology: गेमिंग उद्योग (Gaming Industry) की शक्ल पूरी तरह बदलने वाली है। अब हाई-ग्राफिक या कहें हाई-एंड गेमिंग खेलने के लिए मंहगे गैजेट्स की जरूरत नहीं रह जाएगी। 5जी टेक्नोलॉजी से अब एंट्री लेवल 5जी मोबाइल फोन रखने वाले गेमर्स भी हाई-एंड गेम खेलने का मजा ले सकेंगे। मोबाइल, लैपटॉप, पीसी और जियो सेट टॉप बॉक्स किसी पर भी हाई-ग्राफिक्स/हाई-एंड गेम खेले जा सकेंगे।
जियो की क्लाउड गेमिंग टेक्निक से ई-स्पोर्ट्स को मिलेगा बढ़ावा
यह संभव होगा जियो की क्लाउड गेमिंग टेक्निक (jio cloud gaming technology) के जरिए। जियो की क्लाउड गेमिंग टेक्निक से उम्मीद लगाई जा रही है कि इससे देश में ई-स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा। रिलायंस जियो ने इस क्लाउड गेमिंग टेक्नोलॉजी को दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रही इंडिया-मोबाइल-कांग्रेस में प्रदर्शित किया है।
मोबाइल पर ही इंटरनेशनल गेमिंग टूर्नामेंट की कर सकेंगे प्रैक्टिस
सबसे बड़ी खुशखबरी तो देश की गेमिंग कम्युनिटी के लिए है। भारतीय प्रोफेशनल गेमर्स को भी अब इंटरनेशनल प्लेयर्स की तरह हाई स्पीड व लो लेटेंसी मिलेगी। वे अपने मोबाइल पर ही इंटरनेशनल गेमिंग टूर्नामेंट की प्रैक्टिस कर सकेंगे। प्रैक्टिस ज्यादा होगी तो इंटरनेशनल रैंक भी सुधरेगा और सबसे अच्छी बात यह कि इसके लिए उन्हें फाइबर या डेडिकेटिड लीज लाइन की जरूरत नही पड़ेगी।
गेमिंग में जुड़ने वाला एक और रोचक आयाम
5जी का पिंग रेट या कहें लेटेंसी रेट 4जी के मुकाबले बेहद कम है। इसलिए प्रोफेशनल गेमर्स एक ही वक्त में कई मल्टीपल कमांड देने के साथ कई मल्टीपल स्क्रीन को भी ऑपरेट कर सकते हैं। 5जी के आने से स्पीड तो बढ़ेगी ही गेम में इस्तेमाल होने वाले ग्राफिक्स और एनिमेशन्स का लेवल भी कई गुना बढ़ जाएगा। गेमिंग में एक और रोचक आयाम जुड़ने वाला है और वह है 'गेम लाइव स्ट्रीमिंग' और 'लाइव कमेंट्री'। रिलायंस जियो की इस टेक्नोलॉजी के जरिए, गेम खेलने के साथ साथ अब इसका लाइव टेलिकॉस्ट 'जियो गेम वॉच' पर किया जा सकेगा। भारतीय ई-स्पोर्ट्स में यह जान फूंक देगा।
जियो गेम वॉच पर गेमिंग स्क्रीन के टेलिकॉस्ट के साथ गेमर्स लाइव कमेंट्री में भी हाथ आजमा सकते हैं। एक ही गेम को एक ही समय पर कई लोग अपने अपने चैनल पर अपनी कमेंट्री के साथ लाइव टेलीकास्ट कर पाएंगे। क्रिकेट की तरह कमेंट्री होने से भारत में ई-स्पोर्ट्स को चाहने वालों की तादाद में भी इजाफा होगा। यह टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल गेमर्स के साथ ई-स्पोर्ट्स के दीवानों को भी आकर्षित करेगी।