WhatsApp Chat Lock: व्हाट्सऐप पर अब वेब यूजर्स को मिलेगा चैट लॉक फीचर, यहां जाने पूरी जानकारी

WhatsApp Chat Lock Features: इस फीचर की मदद से इसके यूजर्स व्हाट्स ऐप पर अपनी बेहद कॉन्फिडेंशियल चैट को आसानी से लॉक कर उसे लीक होने से सुरक्षित रख सकेंगे।

Report :  Jyotsna Singh
Update: 2024-02-01 09:40 GMT

WhatsApp Chat Lock Features

WhatsApp Chat Lock Features: इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप अब अपने वेब यूजर्स के लिए अपडेट के तहत एक सेफ्टी फीचर को शामिल करने जा रही है। यह कम्पनी यूजर्स के लिए इस चैट प्लेटफार्म पर ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यही वजह है कि व्हाट्सऐप प्लेटफॉर्म पर लगातार नए-नए फीचर्स को शामिल कर रही है।

कंपनी अपने एंड्रॉयड और iOS यूजर्स के लिए पहले ही इस फीचर को रोल आउट कर चुकी है। मिली जानकारियों के आधार पर व्हाट्सऐप कंपनी वेब यूजर्स को सुरक्षित प्लेटफार्म देने के लिए इन चैट लॉक फीचर को पेश करने की तैयारी कर है। इस फीचर की मदद से इसके यूजर्स व्हाट्स ऐप पर अपनी बेहद कॉन्फिडेंशियल चैट को आसानी से लॉक कर उसे लीक होने से सुरक्षित रख सकेंगे।

वेबयूजर्स इस तरह करें चैट लॉक फीचर का इस्तेमाल

व्हाट्सऐप कम्पनी द्वारा वेब यूजर्स के लिए पेश किए जा रहे नए चैट लॉक फीचर का इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अपने डिवाइस पर व्हाट्सऐप ओपन कर वहां पहुंच कर अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी चैट को सेलेक्ट कर उसे ओपन करना होगा। उसके बाद थ्रीडॉट मेनू में जाकर चैट लॉक विकल्प दिखाई देगा। जहां पर क्लिक करके चैट को लॉक कर सुरक्षित किया जा सकेगा। इसके अलावा यदि यूजर्स को लॉक चैट को एक्सेस करना हो तो इसके लिए होम स्क्रीन पर मैसेज, स्टेटस और चैनल के साथ ही अब नए फीचर के तौर पर चैट लॉक का ऑप्शन भी नजर आएगा। वहां जाकर कर चैट लॉक ऑप्शन पर जैसे ही क्लिक करेंगें, लॉक किए गए सभी चैट्स ओपन हो जाएंगे। इस फीचर की मदद से वेब यूजर्स आसानी से अपनी चैट को सुरक्षित रख सकेंगे।

iOS यूजर्स के लिए जल्द ही शामिल होगा पास-की फीचर

इसी तर्ज पर अब iOS यूजर्स के लिए जल्द ही एक सेफ्टी फीचर को शामिल किया जाएगा। पास-की नाम से इस नए फीचर की मदद से यूजर्स व्हाट्सऐप अकाउंट लॉगिन कर सकेंगे। पास-की की मदद से यूजर्स को 6 अंकों का वेरिफिकेशन कोड बार बार डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यूजर्स अपनी जरूरत के मुताबिक किसी भी समय इस फीचर को डीएक्टिवेट कर सकते हैं।पास-की पारंपरिक पासवर्ड को डिवाइस की ऑथेंटिकेशन से कन्वर्ट करने में सहायक होती है। जिसके उपरांत iOS यूजर्स केवल फेस ID और एंड्रॉयड यूजर्स फिंगरप्रिंट की मदद से कर अकाउंट लॉगिन करने की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। फिलहाल ये फीचर अभी आईफोन यूजर्स के लिए कम्पनी उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।

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