Bihar News : बिहार में भाजपा करे NDA का नेतृत्व, बाहरी नेता नहीं होगा बर्दाश्त, अश्विनी चौबे के बयान से मचा बवाल

Bihar News : बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बननी चाहिए। इसके साथ-साथ सहयोगी दलों को भी आगे लेकर चला जाए। चुनाव के लिए अभी से हर कार्यकर्ता को एकजुट होकर काम में जुट जाना चाहिए।

Newstrack :  Network
Update: 2024-06-27 12:20 GMT

Bihar News : लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद बिहार एनडीए में भारी सियासी बवाल देखने को मिल रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि मेरी इच्छा है बिहार में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बननी चाहिए और मैंने पार्टी नेतृत्व से भी कहा है। बक्सर के पूर्व सांसद ने आगे कहा कि चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ अपने दम पर सत्ता में आए और अपने सहयोगियों को भी आगे ले जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा कि पार्टी के संगठन को पार्टी में आयातित माल (बाहरी नेता) हमें कभी बर्दाश्त नहीं है। मुख्यमंत्री को लेकर फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा। भागलपुर में भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने कहा कि इसके लिए हर कार्यकर्ता को अभी से काम पर लग जाना चाहिए। मैं बिना किसी अपेक्षा के इसे बखूबी निभाऊंगा। मुझे लगता है कि हम नीतीश कुमार को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं और आगे भी बढ़ेंगे। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री का चेहरा तय होगा। यह फैसला पार्टी और केंद्रीय नेतृत्व यह तय करेगा। अध्यक्ष पद पर निश्चित रूप से संगठन के मूल का व्यक्ति होना चाहिए यही मेरी मंशा है।

अश्विनी चौबे ने किया चुनावी राजनीति से दूर रहने का ऐलान

अश्विनी चौबे ने यह भी कहा कि वो चुनावी राजनीति से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपना समय सामाजिक कार्यों में समर्पित करूंगा और चुनावी राजनीति से दूर रहूंगा। हालांकि, मैं एक भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहूंगा। मैं बिना किसी पद पर रहे एक कार्यकर्ता के रूप में संगठन के लिए काम करता रहूंगा। मुझे जीवन में सब कुछ मिला है। कार्यकर्ता के रूप में खासकर बिहार में भागलपुर और बक्सर में जो कि हमारे प्राण हैं, इन क्षेत्रों में मैं लगातार और सक्रिय रूप से काम करते रहूंगा।

बिहार में चल रही है जेडीयू की अगुवाई वाली सरकार

बता दें कि वर्तमान में बिहार में एनडीए की सरकार है। जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं। जबकि भाजपा कोटे से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा डिप्टी सीएम हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी से नाता तोड़ते हुए एनडीए में शामिल हो गए थे। पूर्व की सरकार में मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही थे जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे। सरकार बदलने के बाद अब आरजेडी और कांग्रेस विपक्षी दलों की भूमिका में हैं। 

लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिला बेहतर परिणाम

वहीं नीतीश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनकी ही सरकार में डिप्टी सीएम और बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि बिहार में बीजेपी की सरकार बनाना हमारा लक्ष्य है। लोकसभा चुनाव में जब सीटों का बंटवारा हुआ तो भाजपा पहली बार बड़े भाई की भूमिका में नजर आई। बिहार में भाजपा ने 17 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और जेडीयू के खाते में 16 सीटें ही गईं जितनी उसने 2019 में जीती थीं। लोकसभा चुनाव नतीजों में दोनों ही पार्टियों ने सूबे में 12-12 सीटें जीतीं।

अश्विनी चौबे किसे कह रहे आयातित माल?

अश्विनी चौबे ने मुख्यमंत्री को लेकर सवाल पर आयातित माल बर्दाश्त नहीं करने की बात कही है। अब सवाल ये उठ रहे हैं कि आयातित माल से उनका आशय क्या था क्या वे सम्राट चौधरी की ओर इशारा कर रहे थे? सम्राट चौधरी बिहार भाजपा के अध्यक्ष हैं, नीतीश कुमार की सरकार में डिप्टी सीएम हैं। बता दें कि सम्राट भाजपा में आने से पहले लालू यादव की अगुवाई वाली आरजेडी में भी रहे हैं। वह राबड़ी देवी की अगुवाई वाली आरजेडी की सरकार में भी मंत्री रहे हैं। सम्राट को मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा में मजबूत दावेदार माना जाता है। फिलहाल अश्विनी चौबे के इस बयान के बाद बिहार में सियासी तापमान चढ़ गया है।  

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