बसपा को लगा बड़ा झटका, पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान सपा में हुए शामिल, कार्यकर्ता भी हुए सपाई
बसपा के पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान सपा में शामिल हो गए। उनके साथ ही बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता भी सपा में शामिल हो गए। इस दौरान अखिलेश यादव ने यह बात कही।
यूपी में बसपा के पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान गुरुवार को सपा में शामिल हो गए। उनके साथ बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता भी सपा की सदस्यता ली। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सभी को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फजलुर्रहमान का स्वागत करते हुए कहा, "2019 के चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवार हाजी फजलुर्रहमान को वोट देने की अपील की थी जिन्हें जनता ने चुना। इसके बाद लोकसभा में लगातार संपर्क बना रहा। उनके आने से सपा मजबूत होगी। सपा में शामिल होने वालों से उन्होंने कहा कि यूपी में सरकार में आने पर सहारनपुर से लखनऊ के लिए एक्सप्रेसवे बनाएंगे। सहारनपुर आखिरी जिला है जो दूर से आए हैं, समाजवादियों की सरकार होती तो इतना समय लखनऊ पहुंचने में नहीं लगता।" वहीं सपा में शामिल होने पर फजलुर्रहमान ने कहा, "पिछली लोकसभा में अखिलेश यादव से मुलाकात हुई थी। वहां उनकी सादगी और सरलता से प्रभावित था। जो एक बार अखिलेश से मिल लेता है उन्हीं का हो जाता है। सपा की नीतियों से प्रभावित होकर सपा में शामिल हो रहा हूं।"
हाथरस की घटना पर सरकार और प्रशासन जिम्मेदारी- अखिलेश
अखिलेश यादव ने हाथरस की घटना में में 123 लोगों की मौतों पर कहा, "हादसे में बड़े पैमाने पर गरीब महिलाओं व बच्चों की जान गई है। ये कार्यक्रम पहली बार नहीं हुआ था। इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर उत्तर प्रदेश में होते रहते हैं। सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है। आयोजकों को भी इतनी बड़ी संख्या में लोगो के आने का अंदाज नहीं होता है। प्रशासन की कमी की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है और प्रशासन को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। आगे ऐसी घटना न हो इसकी तैयारी करनी चाहिए। आरोप लगाने से कोई लाभ नहीं होगा। सोशल मीडिया पर भाजपा वाले तस्वीरें वायरल कर रहे हैं। ऐसा करना उनकी पुरानी आदत है इसलिए ये लोग हारे हैं। आगे भी हारेंगे।"
स्वास्थ्य विभाग के मंत्री खुद बनना चाहते हैं मुख्यमंत्री- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा, "प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं।। इस सरकार में इमरजेंसी के समय कभी कोई इलाज नहीं मिल पाया है। हाथरस कोई पहला हादसा नहीं है, इससे पहले भी हुए हादसों में स्वास्थ्य सेवाएं फेल थीं। नए मेडिकल कॉलेज खोलने की बात करने वाले मौजूदा मेडिकल कॉलेज को भी बदहाल कर दिया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अपना पॉलिटिकल स्वास्थ्य ठीक करने में लगे हुए हैं। पता नहीं मुख्यमंत्री ने ऐसी क्या कटौती कर दी है कि वो काम नहीं कर पा रहे हैं। सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती है। घटना कोई षडयंत्र नहीं है बल्कि मामले को दबाना षडयंत्र है। अखिलेश यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मंत्री खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। सीएम भी जानते हैं कि वह पीछे पड़े हैं। इसलिए उनके विभाग को फंड नहीं दे रहे।"
लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा का नहीं खुला खाता
बता दें कि बसपा लोकसभा चुनाव 2024 में भी यूपी में एक भी सीट पर जीत नहीं दर्ज कर सकी है। ऐसे में पार्टी से जुड़े नेता दूसरे ठिकाने तलाश कर रहे हैं। वहीं, सपा इन चुनाव में यूपी में बड़ी ताकत बनकर उभरी है। सपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर यूपी में 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी और देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।