झारखंड सीएम चंपई सोरेन ने दिया इस्तीफा, एक बार फिर हेमंत सोरेन बनेंगे मुख्यमंत्री

Jharkhand Politics : हेमंत सोरेन फिर झारखंड के मुख्यमंत्री होंगे। वर्तमान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिए।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-03 13:02 GMT

Jharkhand Politics : हेमंत सोरेन फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। वर्तमान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंपें दिया है। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं। राज्यपाल से हेमंत शपथ ग्रहण के लिए समय मांगेंगे। इससे पहले रांची में मुख्यमंत्री आवास में गठबंधन के नेताओं और विधायक दल की बैठक हुई। इसमें हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। सभी विधायकों को मुख्यमंत्री आवास में ही रहने को कहा गया है। बैठक में झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ ही हेमंत सोरेन के भाई बसंत और पत्नी कल्पना भी मौजूद थीं। अगर हेमंत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हैं तो वे तीसरी बार और झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री होंगे।

झारखंड की राजनीति हुई गर्म

हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब पांच महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा हुए हैं। उनकी रिहाई के साथ ही झारखंड की राजनीति गरमा गई है। हेमंत सोरेन के जेल से आने के बाद से उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी पहले से अधिक सक्रिय हो गई हैं। कल्पना के साथ होने को राजनीतिक संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। झारखंड में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सियासी गलियारे में ये भी चर्चा है कि निर्वाचन आयोग समय से पहले ही चुनाव कराने के मूड में है। माना जा रहा है कि सितंबर में तारीखों की घोषणा हो सकती है और अक्टूबर में चुनाव होंगे। अगर इन अटकलों को सही माना जाए तो चुनाव से लगभग 3 महीने पहले हेमंत सोरेन जेल से बाहर आ गए हैं।

जेल से रिहा होने पर केंद्र सरकार पर जमकर बरसे हेमंत सोरेन

जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा, "मुझे झूठे आरोपों में 5 महीने जेल के अंदर रखा गया। झारखंड के लोगों के लिए 5 महीने बहुत कठिन थे। सुनियोजित तरीके से लोगों की आवाज दबाई जा रही है। आज से जेल यात्रा यहीं खत्म हुई।" पूर्व सीएम के इस बयान से साफ है कि वो रिहाई के बाद और आक्रामक मोड में हैं। और उनकी रिहाई झारखंड मुक्ति मोर्चा को नई ऊर्जा देगी। इंडिया गठबंधन भी पहले से ज्यादा मजबूत नजर आएगा और गठबंधन के दलों के बीच चीजें और स्पष्ट रहेगी। बता दें कि भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी से पहले 31 जनवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया तो इसके बाद उनके करीबी सहयोगी चंपई सोरेन को राज्य की बागडोर सौंपी गई थी। चंपई ने दो फरवरी को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

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