Ayodhya: श्री राम की नगरी अयोध्या जाने का बना रहे प्लान, तो इन जगहों पर जाना ना भूलें

Ayodhya visit Places : भगवान श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या में सैकड़ों की संख्या में मंदिर और घाट हैं। अगर आप यहां जाने का प्लान बना रहे हैं तो इन जगहों पर जाना बिल्कुल ना भूलें।

Written By :  Bishwajeet Kumar
Update: 2022-07-04 05:47 GMT

Ayodhya Guptar Ghat (Image Credit : Social Media)

Tourist Places In Ayodhya : सरयू नदी के तट पर स्थित प्रभु श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या नगरी हिंदू धर्म के कुछ सबसे धार्मिक स्थानों में से एक है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 135 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अयोध्या नगरी का इतिहास करीब 9000 साल पुराना बताया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक अयोध्या में करीब 5000 से अधिक मंदिर मौजूद हैं। इस शहर को मंदिरों और घाटों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। यहां के प्रसिद्ध राम घाट, लक्ष्मण घाट, जानकी घाट तथा गुप्तार घाट पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। आइए जानते हैं इस धर्म नगरी अयोध्या में घूमने वाले कौन-कौन से जगह हैं।

1. अयोध्या का प्रसिद्ध स्थल श्री राम जन्मभूमि (Ayodhya Shri Ram Janmabhoomi)

अयोध्या का श्री राम जन्म भूमि स्थल अयोध्या समेत पूरे देश के कुछ सबसे पवित्र दर्शनीय स्थलों में से एक है। अयोध्या रेलवे स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इसी जगह पर रामवाट नामक पर्वत पर भगवान श्री रामचंद्र का जन्म हुआ था। बता दें राजा विक्रमादित्य ने बहुत पहले भगवान राम का मंदिर इस जगह पर बनवाया था मगर बाद में मुगल शासक बाबर ने इस जगह पर मस्जिद बनवा दिया अब देश के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर यहां पर राम मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है।

2. अयोध्या हनुमानगढ़ी (Ayodhya Hanumangarhi)

अयोध्या का हनुमानगढ़ी मंदिर यहां के कुछ सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है यहां भगवान हनुमान के दर्शन के लिए आपको कोई 76 सीढ़ियों पर चढ़ना होता है। अयोध्या रेलवे स्टेशन से करीब 1 किलोमीटर की दूरी परिस्थिति हनुमान जी के इस मंदिर में आपको बालस्वरूप हनुमान जी अपने माता अंजनी की गोद में बैठे नजर आएंगे। कहा जाता है कि जब लंका से सीता माता को लेकर वापस अयोध्या आया गया था तब हनुमान जी को रहने के लिए भगवान राम ने यही स्थान दिया था।

3. अयोध्या कनक भवन (Ayodhya Kanak Bhavan)

अयोध्या में घूमने वाले जगहों में कनक भवन का नाम कुछ सबसे प्रमुख जगहों में से एक है। इस मंदिर में प्रभु श्री राम और माता सीता के सोने के मुकुट वाली एक प्रतिमा है जिसे देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। बता दें इस कनक महल में आपको वास्तुकला का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। कहां जाता है श्री राम से माता सीता की विवाह के बाद मुंह दिखाई के तौर पर माता कैकई ने सीता माता को यह कनक महल दिया था, जिसे 'सोने का घर' भी कहा जाता है।

5. अयोध्या राम की पौड़ी (Ayodhya Ram Ki Pauri)

अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बहुत सारे घाट मौजूद हैं, जहां भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। इन घाटों के ऊपर 'राम की पौड़ी' स्थित है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। यदि आप अयोध्या घूमने आते हैं तो राम की पौड़ी में नान अवश्य करें।

6. दशरथ महल अयोध्या (Dashrath Mahal Ayodhya)

अयोध्या शहर के मध्य में स्थित दशरथ महल अयोध्या में घूमने वाले कुछ सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक है। दशरथ महल हनुमानगढ़ी से कुछ ही दूरी पर स्थित है, इसी महल में राजा दशरथ रहा करते थे। वर्तमान में इस महल के भीतर श्री राम लक्ष्मण माता सीता तथा भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां रखी गई हैं। जिसका पूजा पाठ करने के लिए प्रतिदिन यहां रामायण का पाठ होता है।

7. अयोध्या नागेश्वर नाथ मंदिर (Ayodhya Nageshwar Nath Temple)

अयोध्या में राम की पौड़ी के करीब स्थित भगवान शिव का या मंदिर देश के कुछ सबसे बड़े शिव मंदिरों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार या मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिसका निर्माण भगवान राम के बड़े बेटे कुश ने करवाया था। कुश ने भगवान शिव के इस मंदिर का निर्माण एक नागकन्या के लिए करवाया था। कहा जाता है कि एक बार जब सरयू नदी में स्नान करने के लिए कुछ पहुंचे थे तब उनका बाजूबंद हो गया था। कुश का बाजूबंद उस वक्त एक नागकन्या ने पाया था वह नागकन्या शिव की बहुत बड़ी भक्त थी इसके कारण ही कुश ने शिव मंदिर का निर्माण करवाया था।

8. अयोध्या राम कथा पार्क (Ayodhya Ram Katha Park)

अगर आप अयोध्या नगरी घूमने आते हैं तो आपको यहां के राम कथा पार्क में जरूर आना चाहिए एक लंबे चौड़े एरिया में फैला हुआ यह पार्क काफी ज्यादा सुंदर है। यहां आपको सांस्कृतिक कार्यक्रम धार्मिक कार्यक्रम तथा कथा समेत कई अन्य कार्यक्रमों के लिए ओपन एयर थिएटर जैसी चीजें मिलती हैं।

9. अयोध्या मोती महल (Ayodhya Moti Mahal)

अयोध्या शहर से कुछ दूरी पर स्थित मोती महल का निर्माण सन 1783 में किया गया था। 'पर्ल्स महल' के नाम से प्रसिद्ध अयोध्या के मोती महल को देखने हर रोज भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।

10. अयोध्या गुप्तार घाट (Ayodhya Guptar Ghat)

अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्थित गुप्तार घाट अयोध्या के सबसे बड़े घाटों में से एक है मान्यता है कि इसी स्थान पर श्री राम ब्रह्मलीन हुए थे। इसी घाट पर राम जानकी मंदिर समेत कई अन्य पवित्र मंदिर स्थित हैं। कहा जाता है कि यहां एक बार स्नान करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं।

11. अयोध्या सीता की रसोई (Ayodhya Sita Ki Rasoi)

अयोध्या में कुछ सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक सीधा की रसोई की भी है पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी रसोई में माता सीता खाना बनाया करती थी। इस रसोई के बगल में भगवान राम तथा उनके तीनों भाइयों की मूर्ति स्थापित की गई है।

12. अयोध्या त्रेता के ठाकुर

अयोध्या प्राचीन मंदिरों में से एक रेता के ठाकुर का मंदिर अयोध्या के नए घाट के करीब स्थित है इस मंदिर के भीतर भी काले बालू के पत्थर से निर्मित भगवान राम, माता सीता, हनुमान कथा, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की मूर्तियां रखी हुई हैं। अगर आप आयोध्या आते हैं तो आपको त्रेता के ठाकुर का दर्शन जरूर करना चाहिए।

13. अयोध्या गुलाब बाड़ी (Ayodhya Gulab Bari)

अयोध्या रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अयोध्या का गुलाब बाड़ी पर्यटन का एक बहुत बड़ा केंद्र है। यहां हर रोज भारी संख्या में लोग कई तरह के फूलों को देखने आते हैं। बता दें सन 1750 ईस्वी में अवध के नवाब ने मकबरे के रूप में इस गुलाब बाड़ी का निर्माण करवाया था। कुछ साल पहले इस गुलाब बाड़ी में कई तरह के गुलाब के फूल भारी संख्या में मौजूद होते थे मगर देखरेख के अभाव के कारण अब गुलाब बाड़ी पहले जैसा नहीं है।

14. अयोध्या सूरजकुंड (Ayodhya Surajkund)

अयोध्या में प्राकृतिक कुंड जो राजा दशरथ की समाधि स्थली से थोड़ी दूरी पर स्थित है इसे सूरजकुंड के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि सूर्यवंश के सभी लोग यहां स्नान कर ध्यान किया करते थे।

15. अयोध्या बहू बेगम का मकबरा (Ayodhya Bahu Begum Ka Makbara)

अयोध्या के कुछ प्राचीनतम स्थानों में से एक बहू बेगम का मकबरा सफेद संगमरमर से बनवाया गया है इसका निर्माण अवध के नवाब ने सन 1816 ईस्वी में अपनी पत्नी बहू बेगम की याद में बनवाया था। इस मकबरे में आपको वास्तुकला का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा करीब 42 मीटर ऊंचे इस मकबरे को पूर्व के ताजमहल के रूप में भी जाना जाता है।

Tags:    

Similar News