Bhagalpur Famous Food: भागलपुर की यह मिठाई है बहुत प्रसिद्ध, दूर दूर से खाने आते हैं लोग
Bhagalpur Famous Food: रेशम उत्पादन के साथ जुड़ाव के अलावा, भागलपुर अपनी भागलपुरी साड़ियों के लिए भी जाना जाता है। ये साड़ियाँ अपनी अनूठी बनावट, डिज़ाइन और जीवंत रंगों के लिए प्रसिद्ध हैं। बिहार के सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य में भागलपुर का महत्वपूर्ण स्थान है। इसकी ऐतिहासिक विरासत, रेशम उत्पादन से जुड़ाव और धार्मिक स्थल इसे घूमने के लिए एक दिलचस्प शहर बनाते हैं। चाहे आपकी रुचि रेशम, इतिहास या सांस्कृतिक अनुभवों में हो, भागलपुर में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।
Bhagalpur Famous Food: बिहार का प्रसिद्ध शहर भागलपुर अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व रखता है। रेशम उत्पादन के साथ ऐतिहासिक जुड़ाव के कारण भागलपुर को अक्सर "सिल्क सिटी" कहा जाता है। यह शहर अपने उच्च गुणवत्ता वाले रेशमी कपड़े, विशेषकर टसर रेशम के लिए जाना जाता है। भागलपुर तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) सहित कई शैक्षणिक संस्थानों का घर है। साथ ही भागलपुर के पास स्थित मंदार हिल को हिंदू पौराणिक कथाओं में एक पवित्र स्थल माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह बचपन के दौरान भगवान कृष्ण का विश्राम स्थल था।
साड़ियों के लिए भी है प्रसिद्ध
रेशम उत्पादन के साथ जुड़ाव के अलावा, भागलपुर अपनी भागलपुरी साड़ियों के लिए भी जाना जाता है। ये साड़ियाँ अपनी अनूठी बनावट, डिज़ाइन और जीवंत रंगों के लिए प्रसिद्ध हैं। बिहार के सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य में भागलपुर का महत्वपूर्ण स्थान है। इसकी ऐतिहासिक विरासत, रेशम उत्पादन से जुड़ाव और धार्मिक स्थल इसे घूमने के लिए एक दिलचस्प शहर बनाते हैं। चाहे आपकी रुचि रेशम, इतिहास या सांस्कृतिक अनुभवों में हो, भागलपुर में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।
स्वादिष्ट जायकों के कारण विश्वप्रसिद्ध
भागलपुर अपने स्वादिष्ट जायकों के कारण विश्वप्रसिद्ध है। भागलपुर का नाथनगर सिल्क ही नहीं बल्कि स्वादिष्ट बालूशाही के लिए भी जाना जाता है। यह बालूशाही अन्य बालूशाही से अलग प्रकार की होती हैं इन्हें शुद्ध देशी घी में बनाया जाता है। अपने अनूठे स्वाद के कारण ये मिठाई सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में अपनी एक अलग पहचान बना चुकी है।
शुद्ध घी के साथ खोवा का स्वाद
यूँ तो भागलपुर में बालूशाही की बहुत सी दुकानें हैं लेकिन नाथनगर की यह प्रसिद्ध बालूशाही वर्षों पुरानी दुकान मधुसूदन मिष्ठान भंडार में ही मिलती है। जो सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बेहद प्रसिद्ध हैं। भागलपुर में किसी भी तरह के ख़ास मौके पर मधुसूदन मिष्ठान भंडार की बालूशाही ना हो ऐसा हो नहीं सकता है। बाहर से घूमने आने वाले लोग भी बिना नाथनगर की ये फेमस मिठाई खाये बिना नहीं जाते हैं। यहाँ के बालूशाही की खासियत है की उसे शुद्ध घी के साथ खोवा से भी बनाया जाता है जो इन बालू शाही को और भी ज्यादा खास और स्वादिष्ट बनाता है। यहाँ पर साफ -सफाई का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।
Also Read
वर्षों पुराने स्वाद में अब तक नहीं आया कोई फर्क
बता दें कि शुद्ध घी और खोवे से निर्मित यह बालूशाही का स्वाद आज भी वैसा ही है जैसा वर्षों पहले हुआ करता था। यहाँ सालों से आने वाले ग्राहकों का यह दावा है कि मधुसूदन मिष्ठान भंडार के जैसा बालूशाही अन्य स्थानों पर नहीं मिलते हैं। मज़े की बात है कि यह मिठाई काफी किफायती दामों में भी मिलते है। मात्र 5 रुपये की बालूशाही से शुरुआत हुई इस दुकान में आज भी मिठाइयों की कीमत ज्यादा नहीं है। लेकिन यहाँ स्वाद और क्वालिटी में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाता है।
.