Brahmavart Ghat Kanpur: बिठूर में ब्रह्मावर्त की खूंटी, गंगा नदी के किनारे इस छोटे से मंदिर की बहुत बड़ी मान्यता
Brahmavart Ghat Kanpur: ब्रह्मावर्त घाट, जिसे बिठूर का सबसे पवित्र घाटों में गिना जाता है। इसके बारे में पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी ने इसी जगह पर यज्ञ किया था।
Brahmavart Ghat Kanpur: कानपुर के बिठूर में गंगा नदी के किनारे स्थित ब्रह्मावर्त घाट हिंदू देवता ब्रह्मा को समर्पित पवित्र घाटों में सबसे पवित्र है। धार्मिक महत्व रखने के साथ ही ये स्थान कानपुर में घूमने की सबसे बेस्ट जगहों में से एक है। पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने के बाद यहां आने वाले लोग ब्रह्मावर्त की पूजा-अर्चना करते हैं।
ब्रह्मावर्त घाट, जिसे बिठूर का सबसे पवित्र घाटों में गिना जाता है। इसके बारे में पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी ने इसी जगह पर यज्ञ किया था। यज्ञ के बाद प्रतीक के रूप में एक खूटी गाड़ दी थी। जिसे ब्रह्माजी की खूंटी कहा जाता है। भक्त इस घाट में आकर गंगा नदी में स्नान करने बाद ब्रह्माजी की खूंटी की पूजा-अर्चना करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि ये वही जगह है जहां ब्रह्मा जी ने एक शिव लिंग स्थापित किया था, जिसे वर्तमान में ब्रह्मेश्वर महादेव के रूप में पूजा जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ब्रह्मवर्त घाट को वह स्थान भी माना जाता है जहां से ब्रह्मा जी ने मानव जाति की शुरुआत की थी। इसलिए, यह अत्यंत धार्मिक और पवित्र स्थानों मे से एक है।
स्थान: पवित्र नदी तट फोर्ट रोड बिठूर, कानपुर
समय: खुला क्षेत्र
घूमने का सबसे अच्छा समय: कानपुर में ब्रह्मवर्त घाट की यात्रा जैसी बाहरी यात्राएं करने के लिए अक्टूबर से मार्च सबसे अच्छे महीने हैं। गर्मियों में घाट के किनारे ठंडी हवाएं चलती हैं, तो सुकून मिलता है। शाम के बाद या रात में यहां जाने से बचें क्योंकि इस जगह पर पूरी तरह से रोशनी नहीं होती है।
ब्रह्मवर्त घाट कैसे पहुंचे
ब्रह्मावर्त घाट बिठूर में गंगा नदी के तट पर स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा 45 किमी की दूरी पर चकेरी में है। निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन है, जो 23 किमी की दूरी पर है।
ब्रह्मावर्त घाट तक पहुँचने का सबसे सुविधाजनक तरीका प्राइवेट टैक्सी है।