Famous Gurudwaras of India: ये हैं भारत के 5 फेमस गुरुद्वारे, जहां के प्रसाद और लंगर के लिए विदेशों से आ रहे श्रद्धालु
Famous Gurudwaras of India: "एक ओमकार सतनाम करता परख" सुनकर आपको जो सुकून और शांति मिलेगी यकीनन इसे बयान नहीं किया जा सकता हैं। गुरुद्वारा के प्रसाद और लंगर भी काफी मशहूर होते हैं।
Famous Gurudwaras of India: "एक ओमकार सतनाम करता परख" सुनकर आपको जो सुकून और शांति मिलेगी यकीनन इसे बयान नहीं किया जा सकता हैं। भारत के ज्यादातर गुरुद्वारे में आपने यह जरूर सुना होगा। दरअसल भारत में कई ऐसे गुरुद्वारे हैं जिनके चर्चे विदेशों में भी होते हैं। गुरुद्वारा के प्रसाद और लंगर भी काफी मशहूर होते हैं। इन गुरुद्वारे में देश से ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं और मत्था टेकते हैं।
तो आइए जानते हैं भारत के 5 फेमस गुरुद्वारे के बारे में जहां देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं:
ये हैं भारत के 5 फेमस गुरुद्वारे (Famous Gurudwaras of India)
गुरुद्वारा हरमिंदर साहिब सिंह, अमृतसर (Gurdwara Harmandir Sahib Singh, Amritsar/ Golden Temple)
गोल्डन टेंपल का नाम तो सभी ने सुना होगा। दरअसल 'गुरुद्वारा हरमिंदर साहिब सिंह' को बचाने के लिए महाराजा रणजीत सिंह जी ने गुरुद्वारे का ऊपरी हिस्सा सोने से ढक दिया था इसलिए इसे स्वर्ण मंदिर का नाम भी दिया गया है।
गोल्डन टेंपल अमृतसर, पंजाब में स्थित है। यहां हर साल करोड़ों श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं। यहां जाएं तो प्रसाद और लंगर जरूर छकना चाहिए।
गुरुद्वारा बंगला साहिब, दिल्ली (Gurudwara Bangla Sahib, Delhi)
देश की राजधानी दिल्ली में स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब काफी फेमस है। दरअसल सन् 1664 में गुरु हरकृष्ण देव जी के सम्मान में इसका निर्माण किया गया था।
इस गुरुद्वारे के प्रांगण में स्थित तालाब के पानी को अमृत के समान जीवनदायी और बेहद पवित्र माना जाता है। इस गुरुद्वारे में सिखों के इतिहास को दर्शाता एक म्यूजियम भी मौजूद है। बता दें यहां गुंबद सोने का है। करोड़ों श्रद्धालु यहां हर साल मत्था टेकने के लिए आते हैं। यहां के प्रसाद और लंगर का भी चर्चा रहता है।
गुरुदवारा श्री हरमंदिर जी, पटना (Gurudwara Shri Harmandir Ji, Patna)
बिहार के पटना सिटी में स्थित गुरुद्वारा सिखों के पांच पवित्र तख्तों में से एक है। इस गुरुद्वारे को महाराजा रणजीत सिंह ने बनवाया गया और यह बिहार में काफी प्रमुख और मशहूर है।
यहां हर साल प्रकाशोत्सव मनाया जाता है। जिसमें शामिल होने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं और यहां के प्रसाद और लंगर भी खाने चाहिए।
गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब अब्चालनगर साहिब, महाराष्ट्र (Gurudwara Shri Hajur Sahib Abchalnagar Sahib, Maharashtra)
महाराष्ट्र में स्थित यह गुरुद्वारा भी 5 तख्तों में से एक है। बता दें कि श्री हजूर साहिब महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित है। दरअसल ऐसा कहते हैं की यह वह जगह है जहां गुरू गोबिंद सिंह जी ने अपनी आखिरी सांस ली थी।
महाराज रणजीत सिंह जी ने सन 1832 में इस गुरुद्वारे को बनवाया था। श्रद्धालु यहां के प्रसाद और लंगर भी जरूर खाते हैं।
गुरुद्वारा शीशगंज, दिल्ली (Gurudwara Shish Ganj, Delhi)
दरअसल पुरानी दिल्ली में महान धार्मिक एवं ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज स्थित है, जहां हिन्दू-सिख एवं अन्य धर्मों के लोग समान आस्था से शीश नवाते हैं।
बता दें कि यह गुरुद्वारा नौवीं पातशाही गुरु तेगबहादुर जी से संबंधित है। जब भी यहां जाएं तो प्रसाद और लंगर जरूर खाएं।