Floating Post Office in Kashmir: 200 साल से भारत में यहाँ स्थित है दुनिया का पहला तैरता डाकघर, जानिए पूरा सच
Floating Post Office in Kashmir: हमारे देश भारत के कश्मीर की मशहूर डल झील पर एक तैरता हुआ डाकघर स्थित है। आइये जानते हैं इसकी विशेषता।
Floating Post Office in Kashmir: भारत देश अपने अंदर कई हैरतअंगेज़ चीज़ें रखे हुए है। जिसमे सदियों पुराना एक डाकघर भी शामिल है। जिसे ब्रिटिश काल में शुरू किया गया था और आज भी ये पत्र और कूरियर वितरित करता है। आइये जानते हैं इसकी विशेषता।
भारत में मौजूद है दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ डाकघर
हमने अक्सर फ्लोटिंग गार्डन्स, द्वीपों और हाउसबोटों के बारे में तो सुना होगा। लेकिन हमारे देश भारत के कश्मीर की मशहूर डल झील पर एक तैरता हुआ डाकघर स्थित है। आपको बता दें कि ये पूरी दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ डाकघर है। जोकि दो सदियों पुराना है। जिसे ब्रिटिश काल में शुरू किया गया था। और आज भी ये वहां के लोगों को पत्र और कूरियर की सुविधा प्रदान कर रहा है। वहीँ डाक की डिलीवरी की बात करें तो ये शिकारा में यात्रा करते समय डाकिया द्वारा की जाती है।
इस डाकघर में हर तरह डाकघर की सुविधा उपलब्ध है। वे लिफाफे पर लगाने के लिए नाविक के साथ शिकारे की एक विशेष मुहर का उपयोग करते हैं। ये महाराजा के समय से लेकर ब्रिटिश काल तक का 200 साल पुराना डाकघर है। अंततः इसे फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस कहा गया। डाकिया एक शिकारा किराये पर लेता है और हाउसबोटों तक पत्र पहुँचाता है। ये सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है और अब भी जारी है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म के चलते पत्र लिखना तो अब बंद ही हो चुका है लेकिन कश्मीर में आज भी पत्राचार काफी ज़्यादा होता है। इसकी एक वजह ये भी है कि यहाँ आतंकवादी गतिविधियों के चलते इंटरनेट की सुविधा सुचारु रूप से नहीं चल पाती है। यही वजह है कि झील के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि इंटरनेट और सोशल नेटवर्क ने पत्र लिखने और भेजने को काफी हद तक प्रभावित किया है।
इस अनूठे डाकघर से पोस्ट करना यूनिक होने के कारण कई पर्यटक अपने रिश्तेदारों को पत्र और पोस्टकार्ड भेजना भी पसंद करते हैं। इसलिए ईमेल, एसएमएस और व्हाट्सएप संदेशों के इस युग में भी इस डाकघर के कर्मचारियों का काम का बोझ कम नहीं हुआ है। बल्कि ये बढ़ गया है।