Gandhi Jayanti 2024: 2 अक्टूबर से होगा गाँधी वाटिका का शुभारंभ, जानिए क्या क्या है यहाँ ख़ास
Gandhi Jayanti 2024: 2 अक्टूबर गाँधी जयंती के अवसर पर सेंट्रल पार्क स्थित गांधी दर्शन म्यूजियम (गांधी वाटिका) का शुभारंभ होने जा रहा है आइये जानते हैं यहाँ और क्या क्या ख़ास है।
Gandhi Jayanti 2024: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Rajasthan Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने गाँधी जयंती पर सेंट्रल पार्क स्थित गांधी दर्शन म्यूजियम (गांधी वाटिका) को और बेहतर बनाने के लिए कुछ ख़ास निर्णय लिए हैं। जिसमे महात्मा गाँधी के सिद्धांतों, मूल्यों और उनके जीवन के सभी संघर्षों को प्रदर्शित किया गया है। वहीँ मुख्यमंत्री द्वारा दिए निर्देश पर 2 अक्टूबर को पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग गाँधी वाटिका का संचालन भी करेगा। आइये जानते हैं क्या-क्या यहाँ पर ख़ास होने वाला है।
पुरात्तव एवं संग्रहालय तथा पर्यटन विभाग के विशेषज्ञों द्वारा कई तरह की व्यवस्था यहाँ की जा रही है जिससे वाटिका का उत्कृष्ट प्रबंधन किया जायेगा। वहीँ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गाँधी जयंती पर और आगे के दिनों में भी गांधी वाटिका (Gandhi Vatika) के बेहतर संचालन होता रहे इसके लिए रक समिति भी गठित की है। जो वाटिका क संचालन के साथ साथ गाँधी जी के सिद्धांतों और मूल्यों का भी प्रचार एवं प्रसार करेगी।
इतना ही नहीं पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा महात्मा गांधी की जीवन यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल एवं नवीन तकनीक का सहारा लिया जायेगा। इस संग्रहालय में जहाँ एक हिस्से में अंग्रेजों के भारत आगमन और गांधीजी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास को प्रदर्शित किया जायेगा वहीँ दूसरे हिस्से में भारत में अंग्रेजों के खिलाफ किए गए आंदोलन को दिखाया जायेगा इतना ही नहीं इसके तीसरे हिस्से में गांधीजी के दर्शन साहित्य का भी प्रदर्शन किया जायेगा। युवा पीढ़ी को गांधीजी से और परिचित करने हेतु कई तरह की चीज़ें भी मौजूद हैं। साथ ही देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों की यहां यात्रा भी कराई जाएगी। यही वजह है कि गांधी वाटिका म्यूजियम को पर्यटन विभाग की लिस्ट में शामिल किया गया है।
इसके अलावा गांधीजी पर बनी विभिन्न फिल्में भी यहाँ दिखाई जायेंगीं। जो उनके सत्य एवं अहिंसा के संदेशों को लोगों तक पहुचाएंगीं। गौरतलब है कि अभी तक गांधी वाटिका का संचालन एवं रखरखाव जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा था। वहीँ इस संग्रहालय के बनने में 85 करोड़ रुपये की लागत लगाई जा चुकी है। वहीँ इस वाटिका को तीन फ्लोर्स में बनाया गया है।