Kushinagar International Airport: 266 करोड़ में हुआ कुशीनगर एयरपोर्ट का निर्माण, जानें सुविधाएं और खासियत
Kushinagar International Airport: उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डा यात्रियों की सुविधा के लिए तैयार किया गया था। ये मुख्य रूप से बौद्ध तीर्थ यात्रियों के लिए शुरू किया गया था।
Kushinagar International Airport : कुशीनगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कुशीनगर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह एक ऐतिहासिक स्थल है जहाँ महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो भारत के उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सेवा प्रदान करता है। अगस्त 2021 में, हवाई अड्डे को सीमा शुल्क अधिसूचित हवाई अड्डे के रूप में संचालित करने के लिए लाइसेंस दिया गया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और बौद्ध तीर्थयात्रियों की आवाजाही में सुविधा हुई।
कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (KBK),कुशीनगर (Kushinagar International Airport (KBK), Kushinagar)
उत्तर प्रदेश के सबसे नए कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 2021 में अपना परिचालन शुरू किया। कुशीनगर से 7.3 किमी की दूरी पर स्थित, हवाई अड्डा ज्यादातर भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल की यात्रा करने वाले अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को सेवा प्रदान करता है।
सुविधाएं (Facilities)
हवाई अड्डे पर एक ही रनवे है जो 3.2 किमी (10,000 फीट) लंबा और 45 मीटर (148 फीट) चौड़ा है, जिसका नंबर 11/29 है। हवाई अड्डे का एप्रन एक समय में 5 बोइंग 737-900 को समायोजित कर सकता है
कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की मुख्य विशेषताएं
589 एकड़ भूमि का क्षेत्रफल है।
इसमें एकल रनवे 11/29 है जिसका आयाम 3200 मीटर X 45 मीटर है और इसमें 04 एप्रन हैं।
पार्किंग का स्थान ए-321 प्रकार के विमानों के लिए है।
टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 3600 वर्ग मीटर है, जिसमें व्यस्त समय में 300 यात्रियों को संभालने की क्षमता है।
ऐसा है इतिहास (History)
कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कहानी जानने के लिए हमें आजादी से भी पहले चलना होगा। बात 1945 की है। दूसरा विश्वयुद्ध चल रहा था। अपने देश में अंग्रेजी हुकूमत थी। दुनिया में फैली लड़ाई के बीच अंग्रेजी हुकूमत सुरक्षा को लेकर चौकन्ना थी। कुशीनगर के कसिया में 97 एकड़ जमीन पर हवाई पट्टी का निर्माण कर दिया गया। उस वक्त इस हवाई अड्डे का बहुत प्रयोग नहीं हुआ। 1962 में भारत-चीन के बीच युद्ध हुआ, तब वायु सेना ने इसमें कुछ सुधार करवाया था। लेकिन इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
5 सितंबर 1995 को मायावती सीएम बनीं। कुशीनगर पहुंची और इससे जुड़े विकास कार्यों का शिलान्यास कर दिया। 10 अक्टूबर 1995 में उस वक्त की यूपीए सरकार के केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम नबी आजाद पहुंचे और टर्मिनल का शिलान्यास किया। 1998 में टर्मिनल बिल्डिंग तैयार भी हो गई, लेकिन बाकी काम ठप हो गया। 2008 में सीएम रहीं मायावती कुशीनगर पहुंची और यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का ऐलान कर दिया।
2010 में भूमि अधिग्रहण का आदेश दिया गया। 2012 में सरकार बदल गई। अखिलेश सीएम बने। 589 एकड़ जमीन अधिग्रहण की गई और 2015 में जमीन को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दिया गया।
2017 में योगी आदित्यनाथ सीएम बने। कुशीनगर एयरपोर्ट को लेकर कई लेवल पर बैठक हुई। ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए यूपी सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच एमओयू साइन हो गया। 10 अक्टूबर 2019 को योगी सरकार ने इसे पूरी तरह से एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दिया। हर पहलू पर जांच हुई और 24 जून 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित कर दिया गया। 22 फरवरी 2021 को नागरिक उड्डयन महानिदेशक की तरफ से लाइसेंस भी दे दिया गया।
पता - QVFW+7HC, कुशीनगर - रामकोला रोड, नारायणपुर, उत्तर प्रदेश 274403
आईसीएओ कोड: वेकी - IATA कोड: KBK
श्रेणी: अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
टर्मिनल: हवाई अड्डे पर एक एकल-यात्री टर्मिनल है जो सभी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को संभालता है।
संचालक: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
सेवाएँ एवं सुविधाएँ उपलब्ध (Services & Facilities Available)
बाल देखभाल कक्ष
व्हीलचेयर की सुविधा
प्राथमिक चिकित्सा एवं चिकित्सा सुविधाएं