Lucknow Ka Chor Bazar: जो चीज कही न मिलेगी, वो लखनऊ के इस मार्केट में कम दाम में मिलेगी
Lucknow Ka Chor Bazar: लखनऊ में स्ट्रीट शॉपिंग के कई विकल्प मौजूद हैं। जिसमे अमीनाबाद, अलीगंज, चौक हजरतगंज के साथ एक और बाजार जुड़ा हुआ है। इस बाजार की खासियत दूसरे स्ट्रीट शॉप एरिया से बहुत ही अलग हैं।
Lucknow Ka Chor Bazar: लखनऊ में शॉपिंग हॉलिक लोगों के लिए कई सारे विकल्प है। चाहे वह ब्रांड के शॉपिंग हो या फिर, स्ट्रीट शॉपिंग। ब्रांड के लिए तो कई सारे मॉल व आउटलेट उपलब्ध है। लेकिन स्ट्रीट शॉपिंग के भी असीमित विकल्प मौजूद हैं जिसमे अमीनाबाद, अलीगंज, चौक हजरतगंज के साथ एक और बाजार जुड़ा हुआ है। इस बाजार की खासियत दूसरे स्ट्रीट शॉप एरिया से बहुत ही अलग हैं
लखनऊ शहर के नक्खास इलाके में हर रविवार को लगने वाला चोर बाजार अपने नाम की तरह ही बहुत दिलचस्प है। वस्तुतः ऐसा कुछ भी नहीं है जो आपको इस बाजार में नहीं मिलेगा। ऐसा लोगो का कहना है कि, इस बाजार में कबाड़ी वाले से खरीदा हुआ सामान भी बेचा जाता है। इसके अलावा पूरे देश भर में जहां से भी चोर चोरी करते हैं। वो भी इस बाजार में लाकर रविवार के दिन उस सामान को बेच देते हैं। दुकानदार चोरों से कम दामों पर सामान खरीदते हैं और फिर बेच देते हैं। हालांकि, यहां के दुकानदार आपको बताएंगे कि यह चोरी के सामान का बाजार नहीं है।
कभी कहा जाता था शाही बाजार
इस बाजार के दुकानदार को यह स्पष्ट करने में परेशानी हो रही है कि, पुराने दिनों में इस बाजार को लखनऊ के शाही बाजार के नाम से जाना जाता था। यहाँ आपको जो बहुत सारा सामान मिलता है वह सेकेंड हैंड सामान होता है, वहीं इस बाज़ार में बेची जाने वाली बिल्कुल नई चीज़ों की भी उतनी ही लंबी सूची होती है। इस सीक्रेट चोर बाजार में गैजेट्स से लेकर, कपड़े, फुटवियर और लोगों की जरूरत के अन्य कई सामान मिलते हैं। माना जाता है कि यहां एक दिन में 15 से 20 करोड़ रुपए तक का बिजनेस होता है।
आपको यहां क्या मिल सकता है?
असल में सवाल यह होना चाहिए: आप यहां क्या नहीं पा सकते, को भी बेहद सस्ते दाम पर। कपड़े, जूते, बेल्ट, चश्मे, चप्पल से लेकर गैजेट्स, सेकेंड हैंड मोबाइल फोन के स्पेयर पार्ट्स, चार्जर, बैटरी, एलईडी लाइट्स तक - आपको यहां पर सब कुछ मिलेगा। ब्लूटूथ हेडफोन, सेल्फी स्टिक, पावर बैंक - वह भी! लेकिन हां ब्रांड की अपेक्षा करना यह थोड़ा निराशाजनक हो सकता हैं। घरेलू सामान, पंखे, सेकेंड हैंड टीवी सेट, बाथरूम फिटिंग, अलमारियाँ, लोहे और स्टील की फिटिंग, सेकेंड हैंड फर्नीचर बेचने वाले हार्डवेयर स्टॉल यह सब वहाँ है।
औजार, खेल के उपकरण भी : औज़ार, हथौड़े, ताले, जंजीरें, तराजू, नट, बोल्ट, कीलें और पेंच - आप इसका नाम बताएं और यह उपलब्ध है। आप नई साइकिल और ट्राइसाइकिल, नए और पुराने खेल और जिम उपकरण, क्रिकेट बैट की खरीदारी कर सकते हैं। पुराने रेडियो सेट और 100 साल पुराने सिक्के जैसे कलेक्टर आइटम भी इस सड़क किनारे के बाजार में बेचे जा रहे हैं।
इस बात का यहां रखे खास ध्यान
इस बाज़ार में अधिकांश चीज़ों की कीमत इतनी सस्ती होती है कि आपको मोलभाव करने की आवश्यकता महसूस नहीं होगी। बाज़ार में भीड़ होती है, इसलिए जेबकतरों से सावधान रहें। हमने वहां एक भी महिला नहीं देखी!
समय : गर्मियों में सुबह 4 बजे से 10 बजे तक, सर्दियों में सुबह 5 बजे से 10 बजे तक
बाजार का स्थान
नक्खास, चौक के पास, लखनऊ
यह बाजार करीब तीन किलोमीटर लंबी लाइन में लगता है। जो कि नक्खास चौराहा से दाहिने तरफ मुड़ते ही पड़ती है। लखनऊ चोर बाजार, रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी सड़क मार्ग से 2 किमी है। आप बस, ऑटो, ई रिक्शा जैसे अन्य यात्रा विकल्पों का उपयोग करके लखनऊ चोर बाजार से लखनऊ रेलवे स्टेशन तक की दूरी तक आसानी से पहुंच सकते है।