Iskcon Temple in Lucknow: स्वर्ग है लखनऊ का इस्कॉन टेम्पल, 45 करोड़ रुपये की लागत में बना है ये मंदिर
Lucknow Famous Mandir Iskcon: आइये आज जानते हैं श्री श्री राधारमण बिहारी जी के मंदिर के बारे में और उसकी भव्यता के बारे में साथ ही अगर आप भी लखनऊ स्थित इस्कॉन मंदिर जाना चाहते हैं तो कैसे यहाँ तक पहुंच सकते हैं आइये जानते हैं।
Lucknow Famous Mandir Iskcon: इस्कॉन एक संस्था है जिसने भारत में और विदेशों में भी कई श्री कृष्ण के भव्य मन्दिर बनाये हैं। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित है। यहाँ का शांत माहौल आपके मन को सुकून और शहर के शोर शराबे से आपको दूर रखते हुए आपको आनंदित करेगा। लखनऊ के सुल्तानपुर रोड पर इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) का लखनऊ मंदिर स्थित है। ये 5 एकड़ का परिसर मानसिक शांति और आध्यात्मिकता के लिए एक विश्व स्तरीय केंद्र है और ऐतिहासिक शहर लखनऊ के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और भूमि पूजन साल 2012 को किया गया था। इसकी लागत लगभग 45 करोड़ रुपये आंकी गयी थी और यह शहीद पथ लखनऊ पर 'सुशांत गोल्फ सिटी' टाउनशिप का एक हिस्सा है। आइये आज जानते हैं श्री श्री राधारमण बिहारी जी के मंदिर के बारे में और उसकी भव्यता के बारे में साथ ही अगर आप भी लखनऊ स्थित इस्कॉन मंदिर जाना चाहते हैं तो कैसे यहाँ तक पहुंच सकते हैं आइये जानते हैं।
इस्कॉन मंदिर लखनऊ
इस्कॉन मंदिर लखनऊ, अन्य इस्कॉन मंदिरों की तरह ही प्रतिदिन श्रीमद भागवतम और भगवद गीता पर कई आरती और व्याख्यान आयोजित करता है। ये काफी बड़ा मंदिर है और 4.5 एकड़ भूमि में स्थित है। मंदिर के बाहर निकलने पर परिसर उपदेश बूथ है। ये मंदिर कार्यक्रम और सुविधाओं के संबंध में एक पूछताछ सह सूचना डेस्क है। ये आध्यात्मिक आकांक्षाओं के आध्यात्मिक प्रश्नों को भी संबोधित करता है और शास्त्रों के अनुसार परामर्श प्रदान करता है। मंदिर के किड्स क्लब में बच्चे मनोरंजक तरीके से आध्यात्मिकता सीख सकते हैं। मंदिर में एक गोशाला भी है। इसकी गायों के दूध का उपयोग देवताओं के लिए मीठी तैयारी और अन्य प्रसाद बनाने के लिए किया जाता है।
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस या इस्कॉन एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जिसने श्री कृष्ण का भव्य मंदिर लखनऊ में बनवाया है और जहाँ श्रद्धालू जाकर कृष्ण भगवान् के दर्शन करते हैं। लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में बना ये मंदिर श्री श्री राधारमण बिहारी जी मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर परिसर में आपको एक छोटी सी वाटिका भी मिल जाएगी जहाँ आप आराम से बैठकर समय व्यतीत कर सकते हैं। जिस जगह ये मंदिर बना है वहां का वातावरण बेहद शांत है जो इसे और भी प्यारा बनाता है।
कैसे पहुंचे इस्कॉन मंदिर
अगर आप यहाँ जाने का प्लान बनाये तो आपको बता दें कि इसके लिए आपको अपना स्वयं का ही वहां चुनना पड़ेगा क्योकि यहाँ तक आपको कोई और साधन नहीं मिलेगा। ये शहर से थोड़ा आउटर पर है। आपको बता दें इस्कॉन मंदिर लखनऊ के चारबाग से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बता दें ये मन्दिर सुशान्त गोल्फ सिटी शहीद पथ की तरफ है जहाँ सुल्तानपुर रोड भी है।
मंदिर पहुंचते ही आपको एक भव्य गेट मिलेगा। जिससे अंदर पहुंचने पर आपको यहाँ पार्किंग की समुचित व्यवस्था मिलेगी। यहाँ आप अपनी गाड़ी वगैरह भली प्रकार से कड़ी कर सकते हैं। इसके बाद थोड़ा और चलने पर आपको एक बेहद खूबसूरत फव्वारा दिखाई पड़ेगा। और इसी के सामने एक और गेट है जिस पर श्री श्री राधा रमण बिहारी जी मन्दिर श्रीकृष्ण वाटिका लिखा हुआ आपको नज़र आएगा। ये एक बेहद खूबसूरत वाटिका है जहाँ खूब हरियाली है और यहाँ का वातावरण भी बेहद प्यारा है। आगे जाने पर श्री राधा रमण बिहारी जी का बेहद विख्यात इस्कॉन मंदिर है जहाँ पहुंच कर आप बिहारी जी के भव्य दर्शन कर के सुखों को प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ की एक और खास बात है कि लोग यहाँ रिंग सेरेमनी जैसे कार्यक्रम भी करते हैं।
मंदिर में समय समय पर प्रवचन भी होते हैं जिसकी जानकारी यहाँ के सहायता केंद्र से ले सकते हैं। इसके साथ ही यहाँ मंदिर के पीछे एक गौशाला भी है जहाँ गायों की सेवा की जाती है।
मंदिर का समय
दर्शन समय
प्रातः 04:30 : मंगला आरती
सुबह 07:30 बजे : श्रृंगार दर्शन
प्रातः 08:00 : भागवतम प्रवचन
दोपहर 12.30 बजे : राजभोग आरती
04:30 बजे : उस्थापना आरती
07:00 बजे: संध्या आरती
07:30 बजे : भगवद्गीता प्रवचन
08:30 बजे : शयन आरती
समय पर बंद रहेंगे मंदिर
दोपहर 01:00 बजे से शाम 04:30 बजे तक
रात्रि 09:00 से प्रातः 04.30 बजे तक
मंदिर का स्थान:गोल्फ सिटी
बगियामऊ, लखनऊ, उत्तर प्रदेश 226002
इस्कॉन का उद्देश्य लोगों को आत्म-साक्षात्कार और ईश्वर चेतना के सार्वभौमिक सिद्धांतों से परिचित कराना है। वैदिक साहित्य के अनुसार आत्म-साक्षात्कार के लिए परम शक्ति श्रीकृष्ण का श्रवण, गुणगान और स्मरण करना चाहिए। यही कारण है कि मंत्र का जाप: हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे / हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे की वकालत की जाती है। कहते हैं कि इन शब्दों का जाप करने वाला व्यक्ति इस मंत्र का जाप करते समय भगवान कृष्ण की शक्ति को महसूस करता है।