Lucknow Shiv Mandir: लखनऊ में अनोखा शिव मंदिर, नाव से दर्शन करने गोमती नदी के बीच जाना होता है….

Lucknow Famous Shiv Mandir: लखनऊ में एक बहुत ही अलग और आश्चर्य करने वाला शिव मंदिर है। जहां शिवजी अपने अलग रूप में अमरनाथ बाबा के सामान सफेद रंग की शिवलिंग में विराजमान है।

Written By :  Yachana Jaiswal
Update: 2024-03-12 04:56 GMT

Lucknow Shiv Mandir(Pic Credit - Social Media)

Lucknow Shiv Mandir: लखनऊ में एक बहुत ही अलग और आश्चर्य करने वाला शिव मंदिर है। जहां शिवजी अपने अलग रूप में अमरनाथ बाबा के सामान सफेद रंग की शिवलिंग में विराजमान है। जितना अलग इस मंदिर में यहां बाबा का रूप है। उसी तरह अलग यह मंदिर है। यह मंदिर गोमती नदी के बीच में स्थित है। इस मंदिर का रास्ता बहुत ही खास है। यहां पहुंचने के लिए आपको नाव की सवारी करनी पड़ती है। इस मंदिर में विराजमान बाबा का नाम गोमेश्वर है।

बहुत ही खास और 90 साल प्राचीन है मंदिर

गोमेश्वर शिव मन्दिर लखनऊ उत्तर प्रदेश में एक शिव मंदिर है। जो गोमती नदी के बीच में बना हुआ है। रोचक बात ये की इस मन्दिर में जाने के लिए हमें नाव का सहारा लेना होता है। कुल मिलाकर आप कह सकते हो की हम इस शिव मंदिर तक नाव में बैठकर जा पायेंगे, क्योंकि यह गोमती नदी के मध्य एक टापू पर है।

कैसे पहुंचे गोमेश्वर शिव मंदिर?

गोमती नदी के मध्य बना यह पवित्र और प्राचीन शिव मन्दिर के पते की बात करे तो, यह मुकरिमनगर हसनगंज में स्थित है। गोमेश्वर शिव मंदिर जाने के लिए आपको केसरबाग , रेजीडेंसी , कारगिल शहीद स्मारक वाटिका से होते हुए डालीगंज पुल को पार करके आपको मनकामेश्वर मंदिर की तरफ जाना होगा । वही आपको उपासना स्थल लिखा हुआ एक ग्रीन रंग का बोर्ड दिखाई देगा। बस उसी बोर्ड के बगल से ही रास्ता है। इस मन्दिर का सबसे बड़ा लैंडमार्क मनकामेश्वर शिव मन्दिर ही है। बस रोड की एक तरफ मनकामेश्वर शिव मंदिर है और दूसरी तरफ गोमेश्वर शिव मन्दिर का रास्ता , बस दूसरे मंदिर तक आने के लिए आपको रोड से नीचे आना होगा |



नाव से कितने देर का है यात्रा?

मुख्य सड़क से यह मंदिर कोई बहुत ज्यादा दूर पर स्थित नहीं है। नाव से सिर्फ महज 5 मिनट के समय अंतराल में ही हम इस मंदिर तक पहुंच सकते है। जहाँ से नाव मिलेगी वहां से गोमेश्वर शिव मंदिर साफतौर पर दिखाई देता है बस नाव इसलिए करना पड़ता है, क्योंकि मंदिर नदी के मध्य है |

मंदिर खुलने का समय

चारों ओर गोमती नदी के पानी से घिरे होने की वजह से मंदिर के आसपास बत्तख और कबूतर आपको आसानी से नजर आ जाएंगे। गोमेश्वर महादेव मंदिर सुबह ते समय 8:00 बजे खुल जाता है और रात में 11:30 बजे तक बंद हो जाता है। मंदिर में विराजमान श्वेत शिवलिंग का मुख उत्तर दिशा की ओर है। यहां पर आरती का समय सुबह मंदिर खुलके का साथ 8:00 बजे और रात में 7:30 बजे होता है।



नाव पर नहीं लगता कोई किराया

इस मंदिर में शिवभक्त दर्शन करने के लिए नाव से आते हैं। खास बात यह है कि गोमेश्वर महादेव मंदिर के सेवक राजू गौतम ही यहां नाव चलाते हैं और भक्तों से किसी भी तरह के पैसे लेने की इच्छा प्रकट नहीं करते है। जो जितने पैसे जैसे देता है वह बिना कुछ बोले रख लेते हैं। अगर कोई नहीं भी देता है, तो कोई शिकायत नहीं करते है।

किसी टापू पर नहीं बना था मंदिर

लखनऊ में गोमती नदी के बीच स्थित गोमेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना आज से 90 वर्ष पूर्व साल 1932 में की गई थी। पहले यह मंदिर किनारे पर स्थित था, लेकिन फिर जब बाढ़ आई, तब मंदिर नदी के बीचों-बीच चला गया। अब यहां पर दर्शन करने के लिए भक्तों को नाव का सहारा ले कर नदी पर कर बीच में जाना पड़ता है। गोमेश्वर महादेव मंदिर में बाबा की एकदम सफेद शिवलिंग विराजमान हैं। इस प्रकार की शिवलिंग लखनऊ में कहीं नहीं है।

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