MP Offbeat Destination: ओरछा, शिवपुरी, मुरैना आकर देखें मध्य प्रदेश की खूबसूरती, कम बजट में करें एक्सप्लोर
MP Offbeat Destination : मानसून के दौरान यहां की हरी-भरी वादियाँ और ठंडा मौसम यात्रा को और भी सुखद बना देते हैं। यहां आप बजट में आप इस खूबसूरत जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
MP Offbeat Destination : मध्य प्रदेश भारत का एक राज्य है, इसकी आधिकारिक राजधानी भोपाल है। मध्य प्रदेश 1 नवंबर 2000 तक क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था। इस दिन मध्यप्रदेश राज्य से 16 जिले अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी। मध्य प्रदेश एक शानदार जगह है, खासकर जब आप प्रकृति, इतिहास और एडवेंचर का मिश्रण खोज रहे हों। यहाँ की हरियाली, ऐतिहासिक स्थल, और विविध गतिविधियाँ आपको बहुत कुछ ऑफर करती हैं। मानसून के दौरान यहां की हरी-भरी वादियाँ और ठंडा मौसम यात्रा को और भी सुखद बना देते हैं। यहां आप बजट में आप इस खूबसूरत जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से.
शिवपुरी (Shivpuri)
शिवपुरी में आप सुरवाया किला की प्राचीन दीवारें और मंदिर के अवशेष इतिहास और संस्कृति का संमागम देख सकते हैं। किले की वास्तुकला और उसकी ऐतिहासिक महत्वता आपको अतीत की ओर ले जाती है। इसके अलावा, माधव नेशनल पार्क, नरवर किला, बधैया कुंड, आदि जा सकते हैं। यहां जाकर आप विश्राम के पल बिता सकते हैं और प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
दतिया (Datia)
पीताम्बरा पीठ मंदिर दतिया का एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध स्थल है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। मंदिर की वास्तुकला बेहद आकर्षक है, जिसमें पारंपरिक भारतीय शैली के सुंदर शिल्प और रंग-बिरंगे चित्रकारी शामिल हैं। यहां का वातावरण शांत और ध्यानमग्न करने वाला है। पीताम्बरा पीठ मंदिर में बगलामुखी देवी की पूजा की जाती है।
ओरछा (Orchha)
ओरछा मध्य प्रदेश के आकर्षक और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यहां कि लक्ष्मी नारायण मंदिर अपनी अद्भुत नक्काशी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, बुंदेला स्मारक और छतरियाँ राजाओं और उनके परिवारों की याद में बने स्मारक और छतरियाँ ऐतिहासिक महत्व की धरोहर हैं। रामराजा मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान राम की पूजा राजा के रूप में की जाती है। ओरछा में स्थित पक्षी अभ्यारण्य विविध प्रकार के पक्षियों और पेड़-पौधों का घर है।
चंबल (Chambal)
चंबल नदी में पाए जाने वाले घड़ियाल, जिनकी लंबी नुकीली नाक और विशेष जीवनशैली है, यहाँ देखने को मिलते हैं। इस कछुए की लाल टोपड़ी और विशिष्ट रंग इसे अलग बनाते हैं। गंगा नदी की डॉल्फिन्स के अलावा चंबल सेंक्चुअरी के पास स्थित बटेश्वर मंदिर समूह ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का है। यहां के प्राचीन मंदिर और उनके स्थापत्य कला विरासत का खजाना हैं।