Tourism News: उत्तराखंड, कश्मीर में बर्फ नदारद, टूरिस्ट निराश, लोकल बिजनेस ठंडा
Tourism News: उत्तराखंड भर में आमतौर पर हलचल वाले पर्यटन स्थल पूरी तरह से सुनसान दिखाई दे रहे हैं। जो कुछ लोग आये भी वो निराश ही हुए क्योंकि सफेद बर्फ की चादरें गायब थीं। पिछले वर्षों में औली, बेदिनी बुग्याल, चोपता जैसी जगहें और मसूरी और नैनीताल के हिल स्टेशन सर्दियों के दौरान पर्यटकों के लिए एक आकर्षण बने रहते थे।
Tourism News: जैसे-जैसे उत्तराखंड के सुरम्य पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का मौसम खत्म होने के करीब आ रहा है, फ़िज़ा में उदासी का एहसास होने लगा है। इस वर्ष सर्दियों का माहौल ही काफी अलग रहा है, क्योंकि आमतौर पर इन पहाड़ियों पर होने वाली बर्फबारी और बारिश अधिकांश मौसम में नदारद ही रही है। शीतकालीन पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर रहने वाले लोकल लोग इस कमी को शिद्दत से महसूस कर रहे हैं।
पर्यटक स्थलों में सन्नाटा
उत्तराखंड भर में आमतौर पर हलचल वाले पर्यटन स्थल पूरी तरह से सुनसान दिखाई दे रहे हैं। जो कुछ लोग आये भी वो निराश ही हुए क्योंकि सफेद बर्फ की चादरें गायब थीं। पिछले वर्षों में औली, बेदिनी बुग्याल, चोपता जैसी जगहें और मसूरी और नैनीताल के हिल स्टेशन सर्दियों के दौरान पर्यटकों के लिए एक आकर्षण बने रहते थे। नियमित बर्फबारी के वादे और हिमालय की मनमोहक सुंदरता ने सभी कोनों से पर्यटकों को आकर्षित किया है। लेकिन इस वर्ष प्रकृति मेहरबान नहीं थी।
बर्फ न बारिश
मानसून की विदाई के बाद बारिश और बर्फ दोनों की उल्लेखनीय अनुपस्थिति थी, जिससे स्थानीय लोग और पर्यटक सर्दियों के जादू के लिए तरसते रह गये। राज्य मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि इस साल पश्चिमी विक्षोभ, जो आमतौर पर हिमालय क्षेत्र में वर्षा लाता है, सामान्य से कमजोर रहा है। नतीजतन क्षेत्र में अपेक्षा से अधिक शुष्क मौसम रहा। जबकि आमतौर पर दिसंबर तक ऊंचाई वाले क्षेत्र आमतौर पर कई फीट बर्फ से ढक जाते थे।
तुंगनाथ क्षेत्र में, जहां बर्फबारी के कारण अक्सर ऊखीमठ - चोपता - मंडल मोटर मार्ग कई दिनों तक बंद हो जाता था, बर्फबारी की कमी ने ग्रामीणों और व्यापारियों को हैरान कर दिया। क्रिसमस और नए साल की अवधि के दौरान पर्यटकों की थोड़ी सी आमद थी, लेकिन उसके बाद हुई कम बर्फबारी ने पर्यटकों को निराश कर दिया।
गुलमर्ग का भी यही हाल
कश्मीर भी इस सर्दी में अभूतपूर्व सूखे का सामना कर रहा है। उत्तरी कश्मीर स्थित विश्व प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट और पर्यटन स्थल गुलमर्ग में भी बर्फ का टोटा रहा जिससे पर्यटकों और पर्यटन उद्योग वालों को काफी निराशा हुई। पर्यटक बड़ी उम्मीदें लेकर गुलमर्ग आये लेकिन बहुत निराश हुए। बहुत से पर्यटकों ने अपने प्रोग्राम रद कर दिए और गुलमर्ग आये ही नहीं।हर साल हजारों पर्यटक गुलमर्ग की बर्फ से ढकी चोटियों में स्कीइंग और बर्फ के अन्य खेलों का आनंद लेने के लिए आते थे। लेकिन बर्फ न होने से फिलहाल स्कीइंग और अन्य शीतकालीन खेलों की कोई गुंजाइश नहीं है। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर के अध्यक्ष रऊफ ट्रैंबू के अनुसार, गुलमर्ग पहले पूरी तरह पैक रहता था। अब सब खाली खाली है।