Spiti Valley Tourist Guide: ऐसे करें स्पीति घाटी में टूर प्लान, सात दिन के टूर से करें वापसी

Spiti Valley Tour Plan: चलिए एक छोटा सा टूर गाइड आपको यहां घूमने के लिए हम बताने जा रहे है। इस तरीके से आप अच्छे से स्पीति के टूर का प्लान बना सकते है।

Written By :  Yachana Jaiswal
Update: 2024-05-26 04:30 GMT

Spiti Valley Tour Details: भारत के उत्तर में जम्मू कश्मीर की खूबसूरत भूमि सफेद रेगिस्तान जैसी लगती है। इसी खूबसूरती का एक टुकड़ा है स्पीति घाटी। जिसे हिमालय की रेगिस्तानी पहाड़ी घाटी के नाम से भी जाना जाता है। जो भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में 13,000 फीट की औसत ऊंचाई पर स्थित है। भारत में बसे तिब्बत सीमा से सटे एक हिस्से के रूप में मानी जाने वाली स्पीति घाटी रहस्यमय है। इसके बीच-बीच में छोटे-छोटे गांव और शांत मठ हैं जो इसके नुकीले चांदनी परिदृश्य में फैले पहाड़ की चट्टानों पर अनिश्चित रूप से बसे हुए हैं। बिखरे हुए गांवों में ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों और जौ के खेतों के बीच सफेदी वाले मिट्टी-ईंट के घर शामिल हैं। 

ऐसे करें स्पीति घाटी का ट्रिप

इस खूबसूरती को देखने और यहां के पहाड़ी जीवन में खुद को को देने के लिए एक बार यहां की यात्रा जरूर करनी चाहिए, यदि आप भी कन्फ्यूज है कि कब और किस मौसम में यात्रा करें, और कैसे करें तो चलिए एक छोटा सा टूर गाइड आपको यहां घूमने के लिए हम बताने जा रहे है। इस तरीके से आप अच्छे से टूर का प्लान बना सकते है। जिसमे आप 7 दिन में आसानी से घूमकर आ सकते है।



पहला दिन

दिल्ली से मनाली की ओर प्रस्थान करेंगे| हिमालय के ऊंचे हाइट्स वाले ट्रेक पर चेकइन करेंगे|

कुछ देर आराम करने के पश्ताच् जोगिनी झरना, हिडिम्बा मंदिर और मॉल रोड देखें।

दूसरा दिन 

मनाली से चंद्र ताल की और जाएं। रास्ते में चाचा चाही ढाबा पर रुक कर खाना अवश्य खाएं| वापसी के दौरान कुंजुम दर्रे पर रुक कर प्रकृति का सुंदरता का दर्शन करें। 

तीसरा दिन 

चिचम ब्रिज, किब्बर गांव और प्रमुख मठ पर घूमने और वहां कि शांति को महसूस करने जाएं। काज़ा बाजार के दृश्य के साथ कैफे पिटी में रात्रिभोज का आनंद लें और पहाड़ों से कुछ स्मृति चिन्ह खरीदें।



चौथा दिन

हिक्किम, कॉमिक और लैंग्ज़ा ये दुनिया में सबसे ऊंचे डाकघर, रेस्तरां और बुद्ध प्रतिमा को देखने जरुर जाएं।

पांचवें दिन

धनकर, ताबो और गुए मठ को घूमना बिल्कुल न भूले। होटल ज़म्बाला, नाको में चेक इन करें।

छठवें दिन

खाब संगम को एक्सप्लोर करें। माउंट कैलाश, सांगला में चेक इन करें। अंत में चितकुल घूमने के साथ अपनी स्पीति के यात्रा को खूब सारे सुनहरे और खूबसूरत यादों के साथ पूरे कर लौटने के लिए तैयारी करें।

सातवां दिन

शिमला के रास्ते सांगला से दिल्ली के लिए ट्रेन या बस लेकर वापस लौट जाए।

इस मौसम में जाइए स्पीति घूमने

वैसे तो स्पीति का पूरा ट्रिप एक बहुत ही खूबसूरत अनुभव होने वाला है। यहां के अनोखे परिदृश्य, जो पूरी यात्रा के दौरान बदलते रहेंगे, बहुत आकर्षित करने वाला है। आपको प्रकृति के खूबसूरत लम्हों को समेटकर स्पीति दिखाता है। लेकिन अगर चंद्रताल मिस नहीं करना है तो स्पीति घाटी की यात्रा के लिए जून से अक्टूबर का समय एकदम उचित समय है।

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