Sultanpur Famous Temple: बहुत ही फेमस हैं सुल्तानपुर के मंदिर, वीकेंड पर घूमने का बना सकते हैं प्लान
Sultanpur Famous Temple: सुल्तानपुर लखनऊ से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित है। जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कल्चर के लिए जाना जाता है, जिसे देखने और जानने के लिए लोगों में काफी चाह रहती है।
Sultanpur Famous Temple: उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलो में गिना जाने वाला सुल्तानपुर लखनऊ से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित है। जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कल्चर के लिए जाना जाता है, जिसे देखने और जानने के लिए लोगों में काफी चाह रहती है। इसी तरह यह धरती महर्षि दुर्वासा, वशिष्ठ जैसे ऋषियों की तपोस्थली भी रही है। यही कारण है कि आज इस धरती पर कई ऐसी जगह हैं जिन्हे देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा जाता है। कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी मान्यता काफी है। हम आपको ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप अपने परिवार के साथ जाने का प्लान बना सकते हैं।
सुल्तानपुर के टॉप टूरिस्ट प्लेस
पारिजात का पेड़
सुल्तानपुर में स्थित गोमती नदी के किनारे पारिजात का पेड़ है। लोगों का यह मानना है कि यहां पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस वृक्ष को लेकर पहले भी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। इन कथाओं के मुताबिक भगवान श्री कृष्ण की पत्नी सत्यभामा ने व्रत के दौरान पारिजात को धरती पर लाने की जिद की थी। इस पर इंद्र और श्रीकृष्ण के बीच युद्ध हुआ जिसमें कृषण जीत गए। तब देवमाता ने उन्हें पारिजात का पेड़ भेंट में दिया था।
धोपाप मंदिर
धोपाप मंदिर सुल्तानपुर के लंभुआ विकास खंड में स्थित है जो एक धार्मिक पर्यटक स्थल के तौर पर जाना जाता है। यहां रामनवमी के दिन हिंदू श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है। लोगों का ऐसा मानना है कि इस मंदिर में स्नान करने से मुक्ति मिलती है। अयोध्या से इस मंदिर की दूरी करीब 85 किलोमीटर है।
बिजेथुआ महावीरन मंदिर
बिजेथुआ महावीरन मंदिर हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र कहा जाता है। धार्मिक कथाओं की मानें तो यहां भगवान राम रावण युद्ध के दौरान हनुमान लक्ष्मण के लिए संजीवनी लाने जा रहे थे तब वे दैत्य कालनेमि नाम का राक्षस ने वेश बदलकर उनकी यात्रा में विघ्न डालने की कोशिश की। जब हनुमान ने उसका वहीं पर वध कर दिया था। फिर कुंड में स्नान कर वहां से चले गए। तब से यहां स्थित सरोवर का नाम मकड़ी कुंड पड़ गया।
श्रीगौरी शंकर धाम
सुल्तानपुर में शिव मंदिरों में प्रसिद्ध श्रीगौरी शंकर धाम है। जो शाहपुर के जंगलों में बना हुआ बेहद ही पुराना मंदिर है। भगवान शिव के इस मंदिर की काफी मान्यता है, यही कारण है कि महाशिवरात्रि और सावन महीने में यहां शिव भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है। सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलती हैं।