Tourist Destination: 'ओरछा का लाडपुरा खास' गांव बन गया बेस्ट टूरिज्म विलेज, एक बार जाएं जरूर
ग्राम लाडपुरा खास को ग्रामीण पर्यटन में बेहतर प्रदर्शन के लिए यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन अवार्ड में बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी में पुरस्कार के लिए चुना गया है।
Tourist Destination In MP: समय न भी हो तो जिंदगी में एक बार अपने लिए समय निकालकर घूमने के लिए निकलना चाहिए। हमारे देश भारत में बहुत से ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां जाने पर आपको सुकून मिलेगा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ओरछा के ग्राम लाडपुरा खास ग्रामीण पर्यटन के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुका है।
आपको बता दें कि ग्राम लाडपुरा खास को ग्रामीण पर्यटन में बेहतर प्रदर्शन के लिए यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन अवार्ड में बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी में पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है और पर्यटन मंत्रालय का आभार व्यक्त किया है।
हमारा प्रदेश नैसर्गिक सौंदर्य के साथ अद्भुत स्थापत्य कला का धनी है-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के लिए गौरव बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा प्रदेश नैसर्गिक सौंदर्य के साथ अद्भुत स्थापत्य कला का धनी है। अब पर्यटन सिर्फ मनोरंजन ही नहीं रोजगार, स्थानीय संस्कृति, खानपान, कला और स्थापत्य कला का केंद्र बिंदु बनकर उभरा है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने ओरछा के ग्राम लाडपुरा खास को बेस्ट टूरिज्म विलेज के लिए नामांकित किया है जबकि मेघालय का कोंगथोंग और तेलंगाना से पोचमपल्ली ग्राम भी नामांकित हुआ है।
सौ गांवों को ग्रामीण पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा- शिवशेखर शुक्ला
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन परियोजना शुरू की है। अगले पांच सालों में सौ गांवों को ग्रामीण पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। इनमें ओरछा, खजुराहो, मांडू, सांची, पचमढ़ी, तामिया, पन्ना टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, संजय दुबरी टाइगर रिजर्व, पेंच एवं कान्हा टाइगर रिजर्व, मितावली, पड़ावली आदि क्षेत्रों में पर्यटन के काबिल स्थानों का चयन कर विकास करेंगे।
ग्रामीण पर्यटन में ये है खास
प्रमुख सचिव ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन परियोजना के तहत पर्यटकों के ठहरने की सुविधा, परंपरागत एवं स्थानीय भोजन, सांस्कृतिक अनुभव, कला एवं हस्तकला तथा युवाओं में कौशल उन्नयन पर कार्य किया जा रहा है। स्थानीय समुदाय को अपने क्षेत्र में पर्यटन के विकास से सीधा लाभ मिलेगा। पर्यटन बोर्ड उत्पादों को विकसित करने का प्रशिक्षण भी दे रहा है।