Famous Waterfalls in UP: यूपी के बीच अपनी प्राकृतिक छठा बिखेरे यहअद्भुत सुन्दर झरने आइये जानते हे इनके बारे में

Famous Waterfalls in UP: देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश को कुछ अनोखे झरनों की अध्भुत सुंदरता का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। आइये जानते है उत्तर प्रदेश के कुछ सुन्दर झरनों के बारे में जिन्हें घूमने के शौक़ीन और प्रकृति प्रेमियों को अवश्य देखना चाहिए।

Update: 2023-07-11 13:28 GMT
Unexplored Waterfalls, UP (Photo: Social Media)

Famous Waterfalls in UP: उत्तर प्रदेश, भारत का एक प्रमुख राज्य है और यह भारतीय पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र है। इसे "हिंदी भाषा की राजधानी" भी कहा जाता है। यहां पर्यटन स्थलों की विविधता है जो इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का आद्यात्मिक मिश्रण है। किसने सोचा होगा उत्तर प्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य और मन मोह लेने वाले झरनो का घर होगा। देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश को कुछ अनोखे झरनों की अध्भुत सुंदरता का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। आइये जानते है उत्तर प्रदेश के कुछ सुन्दर झरनों के बारे में जिन्हें घूमने के शौक़ीन और प्रकृति प्रेमियों को अवश्य देखना चाहिए।

1) विंधम वॉटरफॉल, मिर्ज़ापुर: विंध्याचल पर्वत श्रृंग पर स्थित विंधम वाटरफॉल मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और मिर्जापुर जिले की राजधानी के पास स्थित है। विंधम वाटरफॉल को आमतौर पर विंध्याचल की खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है।
विंधम वाटरफॉल एक प्राकृतिक झरना है जिसकी उचाई लगभग 80 फीट है। यह एक सुंदर दृश्य प्रदान करता है और विंध्याचल की पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है। जब बारिश के मौसम में यह जलप्रपात अपने पूरे धारावाहिक रूप में बहता है, तो उसकी सुंदरता और महत्व और भी बढ़ जाते हैं। इसका दृश्य अत्यंत मनोहारी होता है और यहां के पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।

यहां पर्यटक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं। इसके आसपास के क्षेत्र में आपको हरे-भरे वन, पहाड़, झरने और छोटे-छोटे नदी की सुंदरता का आनंद लेने का भी मौका मिलता है। यहां पर्यटक शांतिपूर्णता और सुंदरता के अलावा फोटोग्राफी और ट्रेकिंग का भी आनंद ले सकते हैं।

घूमने का सबसे उचित समय: अक्टूबर से मार्च के बीच।

2) सिद्धनाथ दरी फाल्स: सिद्धांत दरी झरना मिर्ज़ापुर से मात्र 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झरना विंध्याचल पर्वत श्रृंग पर स्थित है और मिर्जापुर जिले की सुंदरता को निहारता है। इसकी उचाई लगभग 150 फीट है और यह देवदार के घने जंगलों के बिक्सः बहते हुए अपनी प्राकृतिक सुंदरता बिखेरता है। यह झरना अपने विशाल और प्रभावशाली रूप के लिए प्रसिद्ध है। जब मुस्कानगंज बांध खुला रहता है, तो इस झेरने की धारा अपने पूरे धारावाहिक रूप में बहती है और दर्शकों को अपनी खूबसूरती और प्राकृतिक गहराई का एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।

सिद्धांत धारी झरना देखने के लिए मिर्जापुर से एक यात्रा की जाती है। इसके लिए आपको कुछ हिल सड़कों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन जब आप पहुंचते हैं, तो वहां की खूबसूरत माहौल और जलप्रपात का दृश्य आपको मनमोहक बना देते हैं। जब आप सिद्धांत धारी जलप्रपात पर होते हैं, तो आप प्रकृति की शांतिपूर्णता को अनुभव कर सकते हैं, वन्य जीवों की आवाज सुन सकते हैं और छोटे छोटे झरनों के साथ वन्यता का आनंद ले सकते हैं।

घूमने का सबसे उचित समय: मार्च और जुलाई के महीनों में।

3) लखानिया वॉटरफॉल, चुनार: लखानिया झरना चुनार मिर्ज़ापुर जिले में स्थित है। यह झरना चुनार की खूबसूरत धारी के निकट विंध्याचल पर्वत श्रृंग पर स्थित है और इसकी उचाई लगभग 60 फीट है। यह जलप्रपात शांतिपूर्ण वातावरण, घने जंगल और आवासीय जीवों की विविधता के लिए प्रसिद्ध है।

लखानिया झरना प्राकृतिक सौंदर्य के साथ सुंदरता का आनंद देता है। यहां की खुदाई हरा-भरा वन, छोटे झरने, वन्य पशु और पक्षियों के निकट स्थलों की एक अद्वितीय विविधता का अनुभव करने का एक शानदार मौका प्रदान करती है। इसके आसपास का क्षेत्र पेड़-पौधों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है और पर्यटकों को एक शांत और आत्मरम करने का मौका देता है। लखानिया झरना तक पहुंचने के लिए चुनार के पास से एक ट्रेक की जानी पड़ती है। यह ट्रेक आपको वन्य जीवों, पेड़-पौधों और जलप्रपात की सुंदरता का दर्शन कराता है। आपको इस यात्रा के दौरान सुनिश्चित करना चाहिए कि आप सुरक्षा उपकरणों के साथ जाते हैं और स्थानीय निर्देशों का पालन करते हुए आप यात्रा करते हैं।

घूमने का सबसे उचित समय: बारिश के समय।

4) राजदारी और देवदारी वाटरफॉल्स, वाराणसी: राजदारी और देवदारी झरने वाराणसी के अप्सरा कुंड के पास स्थित हैं। ये दोनों झरने साथ में हैं और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं। राजदारी झरने की उचाई लगभग 30 मीटर है और देवदारी जलप्रपात की उचाई लगभग 60 मीटर है। यह दोनों झरने पूर्वांचल का स्वर्ग के नाम से प्रसिद्द है। इन झरनो के नीचे बेहद खूबसूरत गुफाये बानी हुई है जॉन अध्भुत रहस्य को अपने अंदर छिपाये हुए है। सावन और भादो के महीनों में यह स्थान आपको कश्मीर से काम सुन्दर नज़र नहीं आएगा।

घूमने का सबसे उचित समय: बारिश के समय।

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