हिटलर के जिस फ़ोन से ट्रिंग-ट्रिंग बजती थी खतरे की घंटी , जल्द ही होगा नीलाम
जब भी लोग किसी क्रूर और बेदिल इंसान को देखते हैं तो उनके मुह से ये बात जरुर निकलती है -बिलकुल हिटलर जैसा है वो'. अडोल्फ़ हिटलर पूरे दुनिया में एक क्रूर आदमी के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।
नई दिल्ली : जब भी लोग किसी क्रूर और बेदिल इंसान को देखते हैं तो उनके मुह से ये बात जरुर निकलती है -बिलकुल हिटलर जैसा है वो'. अडोल्फ़ हिटलर पूरे दुनिया में एक क्रूर आदमी के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। जर्मनी के इतिहास में हिटलर की वही जगह है जो फ्रांस में नेपोलियन बोनाबार्ट, इटली में मुसोलनी का और तुर्की में मुस्तफा कमालपाशा की है। दुसरे विश्व युद्ध में उनकी अहम् भूमिका रही है। हम आपको बता दें की जिस फ़ोन से हिटलर आदेश देते थे अब वो फ़ोन नीलाम होने जा रहा है। जी हां ,जिस फ़ोन से सबके पास खतरे की घंटी बजती थी अब वो फ़ोन किसी और का होने जा रहा है।
72 साल पुराना है ये फ़ोन
-हिटलर का फोन1945 का बताया जाता है।
-जल्द ही ये फ़ोन अमेरिका में नीलाम किया जाएगा।
-इस फोन को अभी तक एक बॉक्स में संभालकर रखा गया था। इस फोन को मेरीलैंड के एलेक्जेंडर हिस्टॉरिकल ऑक्शंस में नीलाम किया जाएगा।
-वहां के अधिकारियों ने बताया कि ये फोन हिटलर को वेरमेच ने दिया था और इसी फोन से हिटलर ने दूसरे विश्व युद्ध के ज्यादातर आदेश दिए।
2 से 3 लाख अमेरिकी डॉलर में बिक सकता है फ़ोन
-जानकारी के अनुसार दूसरे विश्व युद्ध के समाप्त होने के बाद इस फोन को हिटलर के घर से बरामद किया गया था।
-ऑक्शन हाउस को उम्मीद है कि ये फोन 2 से 3 लाख अमेरिकी डॉलर की कीमत में बिक सकता है।
-मूल रूप से ये फोन काले रंग का था। सीमंस के बनाए इस फोन को बाद में लाल रंग में रंगा गया।
-इस फोन पर हिटलर का नाम और स्वास्तिक भी है।
-ऑक्शन हाउस ने इस फोन को 'Hitler's mobile device of destruction' का नाम दिया है।