रामपुर: कभी किताबों में तो कभी बुजुर्गों से पुनर्जन्म के किस्से और कहानियां आपने पढ़ी और सुनी जरूर होंगी। कुछ इसे भगवान का चमत्कार मानते हैं तो कुछ इसे महज एक किस्सा समझकर छोड़ देते हैं। रामपुर में भी एक ऐसी ही पुनर्जन्म का वाक्या सामने आया है, जिसे लोगों को ये फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वाकई किसी को अपना पिछला जन्म याद रह सकता है।
मुरादाबाद के तारापुर में साढ़े चार एक बच्चा रहता है, जिसका नाम राजेश है। तारापुर के करीब दो किमी. दूर खरसौल गांव है, जहां बाजार लगता है। एक दिन राजेश के मां-बाप उसे लेकर खरीदारी करने के लिए इस बाजार में आए। उन्हें नहीं पता था कि अब जो होने वाला वो एक साथ कई जिंदगियां और रिश्ते बदल देगा। बाजार में अचानक से राजेश एक पकौड़ी वाले के ठेले पर पहुंचा और उसकी गोद में चढ़कर बैठ गया। उसने उस ठेले वाले को अपना बेटा रिंकू बताया और खुद को उसका पिता पप्पू।
राजेश की बात सुनकर वो ठेले वाला भी हैरान रह गया, क्योंकि वो सच कह रहा था। इतना ही नहीं, राजेश ने ये भी बताया कि पिछले जन्म में उसकी मौत कहां और कैसी हुई थी। उसने बताया कि उसकी मौत पीठ पर गोली लगने की वजह से हुई थी। गोली का निशान इन जन्म में भी उनकी पीठ पर मौजूद है। राजेश बिना किसी की मदद के रिंकू पकौड़ी वाले के घर भी पहुंच गया। घर पहुंचते ही राजेश ने एक के बाद एक कई खुलासे किए। वो रिंकू को वहां भी ले गया जहां उसे गोली मारी गई थी। इसके बाद वो रिंकू की मां लक्ष्मी की गोद में जाकर बैठ गया। उसने घर के घर कोने को बड़े गौर से देखा और बाकी बच्चों से मिलने की इच्छा जाहिर की।
कौन था विशम्भर उर्फ पप्पू ?
खरसौल का रहने वाला विशम्भर उर्फ पप्पू पकौड़ी का ठेला लगाता था। साथ ही वो एक निजी कंपनी के लिए बीमा करने का काम भी करता था। एक बार पप्पू की अपने मौसेरे भाई राकेश से किसी घरेलू विवाद के चलते ठेले पर ही मारपीट हो गई थी। मामले पुलिस तक पहुंच गया था। इसके बाद से राकेश पप्पू से रंजिश रखने लगा। साल 2010 में घर लौटते समय उसने पप्पू को रास्ते में गोली मार दी। पीठ पर गोली लगते ही पप्पू की मौके पर ही मौत हो गई।
क्या कहता है राजेश का परिवार ?
राजेश के मां-बाप का कहना है कि अब उन्हें भी यकीन हो गया है कि मृतक पप्पू का पुनर्जन्म उनके बेटे के रूप में हुआ है। वो बचपन से कुछ अजीबोगरीब बातें करता रहता था, लेकिन उसकी बातों पर कभी किसी का ध्यान नहीं गया। अब समझ में आ गया है कि वो ऐसा क्यों करता था। रिंकू का परिवार भी उनकी काफी देखभाल कर रहा है। उन्होंने उसे अभी नई साइकिल भी खरीदकर दी है। खरसौल और आसपास के इलाके के लोग भी मान रहे हैं राजेश के रूप में पप्पू का पुनर्जन्म हुआ है।