ऑफिस में ध्यान भटकने की वजह नहीं है आपका प्यार, इसके पीछे यह छिपा है है राज
लखनऊ: ऑफिस में आपका मन काम में नहीं लगता है। आप बार-बार फोन चेक करते हैं। कलीग्स के साथ बातें करते हैं। अक्सर खोए-खोए रहते हैं। आपके सहयोगी क्या बातें कर रहे हैं? मुमकिन है इन सवालों में से कई का जवाब हां हो औऱ इस वजह से आप अपने काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते होंगे। अगर ऐसा है तो बता दें, कि इस सबमें आपकी गलती नहीं है। एक नई रिसर्च यही कहती है।
रिसर्च के अनुसार अगर ऑफिस में ध्यान भटकता है तो ये इसमें दोष नहीं, बल्कि आपके आफिस में बैठने के एरिया के सिटिंग अरेंजमेंट में त्रुटि है। रिसर्च के अनुसार, ऑफिस में ओपन एरिया में बैठने से ध्यान भटकता है। इसे विजुअल नॉयज कहा जाता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल रिपोर्ट्स के अनुसार, कामकरने वालों का आसपास होने वाली एक्टिविटी ध्यान भटकाने के लिए काफी है।
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पिछले सालों में ओपन ऑफिस का कल्चर तेजी से बढ़ा है। यानि ऐसा ऑफिस जहां सबके बैठने की जगह एक ही बड़ी सी खुली हो।उसमें छोटे-छोटे केबिन नहीं होते है बैठने के लिए। इससे कम्यूनिकेशन गैप नहीं होता, लेकिन खुले ऑफिस के ऐसे माहौल में महसूस किया जा रहा है कि इससे डिस्ट्रैक्शन भी बहुत बढ़ रहा है।
रिसर्च में वर्कप्लेस पर विजुअल नॉयज कम करने के तरीकों की खोज कर रहे हैं। यूएस बेस्ड सॉफ्टवेयर कंपनी सेग्मेंट की मार्केटिंग एंड कम्यूनिकेशन डायरेक्टर माया स्पीवक का कहना है कि वो अपने ओपन ऑफिस में बहुत ही मुश्किल से फोकस कर पाती हैं क्योंकि उनके कलीग्स के मूवमेंट्स से उनको काफी डिस्ट्रैक्शन होता है. ऐसे में वे ऐसी जगह बैठना पसंद करती हैं जहां लोगों का कम आना-जाना हो, शोर कम हो।
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एन्वायरन्मेंटल साइक्लोजिस्ट सैली ऑस्टिन का कहना है कि लोग जानना चाहते हैं कि उनके आसपास क्या हो रहा है। अगर ऑफिस में आप साथ काम करने वाले एक ग्रुप को बात करते देखते हैं तो स्वाभाविक सी उत्सुकता होती है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं? ऐसे में कंपनी अपने कर्मचारियों को ये सुविधा दे रही हैं कि वे प्राइवेट रूम में जाकर लैपटॉप पर काम कर सकते हैं या फिर कुछ समय के लिए सोफे पर बैठकर काम कर सकते हैं। इससे ध्यान कम भटकता हैय़