बकरीद स्पेशल: व्हाट्स एप्प पर हो रही बकरों की खरीदारी, जानें इन बकरों का डाइट चार्ट
लखनऊ: राजधानी में बकरीद की खरीदारी भी हाईटेक हो गई है। इसके चलते ऑनलाइन साइट्स के अलावा व्हाट्स एप्प पर भी बकरों की खरीद-फरोख्त हो रही है। इसमें कंज्यूमर के मोबाइल पर पहले बकरों की कीमत और उनकी फोटो भेजी जाती है। इसके बाद उसकी डिलीवरी की प्रोसेस होती है Newstrack.com ने इस प्रोसेस को समझा और साथ ही कुर्बान होने के लिए आने वाले बकरों के डाइट चार्ट को जाना। जो हम अपने रीडर्स को बता रहे हैं-
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे होती है बकरों की व्हाट्स एप्प डील
मार्केट में अपने जमुनापारी बकरों को लेकर आए रुस्तम ने बताया कि इस बार नए तरीके से बकरे बिक रहे हैं। इसमें हम ऑनलाइन बकरों का विज्ञापन अपलोड करते हैं।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे बेंचे जाते हैं बकरे
इसमें अपना व्हाट्स एप्प नंबर भी अपलोड कर देते हैं। जब कोई उनसे बकरों के लिए संपर्क करता है, तो वो उसको अपने पास उपलब्ध सभी ब्रीड्स के बकरों की फोटो व्हाटस एप्प पर भेज देते हैं।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे फिक्स होती है बकरों की डील
इसके बाद उस बकरे की कीमत भी व्हाटसएप्प कर देते हैं। कस्टमर से नेगोशिएशन के बाद डील फिक्स होती है।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे किए जाते हैं बकरे हैंडओवर
फिर उसे नियत स्थान पर बुलाकर बकरे को चेक करवाकर हैंड ओवर कर दिया जाता है।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे रखा जाता है इन बकरों का ख्याल
बकरा मंडी में इटावा से अपने बकरे लेकर आए जमाल ने बताया कि कुर्बानी वाले बकरों का खासा ख्याल रखना पड़ता है।
आगे की स्लाइड में जानिए क्या खाते हैं ये बकरे
सुबह 7 बजे इन्हें 1 किलो सूखा चना खाने के लिए दिया जाता है। इसके बाद करीब 10 बजे इन्हें एक लीटर भैंस का दूध दिया जाता है।
आगे की स्लाइड में जानिए किस तरह के पत्ते खाते हैं यह बकरे
फिर दोपहर 2 बजे इन्हें गेहूं की भूंसी में आटा मिलाकर खाने के लिए दिया जाता है। इसके बाद शाम 6 बजे इन्हें बरगद और महुए के पत्ते भी चबाने के लिए दिए जाते हैं।
आगे की स्लाइड में जानिए किस तरह आती है इन बकरों में शाइन
इन पत्तों में दूध होता है, जो इनके शरीर पर शाइन लाता है और कद काठी को भी मजबूत बनाता है।
आगे की स्लाइड में जानिए रात में क्या खाते हैं यह बकरे
रात में इनके खाने के टब में फिर से 250 ग्राम सूखे चने दिए जाते हैं।