जयपुर: शरीर के सबसे जरूरी अंग दिल के साथ जरा सी लापरवाही मौत के मुंह में धकेल सकती है। वर्ल्ड हार्ट डे पर हार्ट अटैक के संभावित लक्षणों के बारे में जो दबे पाव आने के बाद भी दिखा जाते हैं।
हार्ट अटैक का सबसे पहला लक्षण होता है दिल के करीब सीने में दर्द। यह बाजू, जबड़े और पीठ तक जाता है। ज्यादा तनाव से सीने में भारीपन महसूस होता है और खांसी भी आती है। आराम करने से या सॉर्बिट्रेट की गोली लेने से भी इस समस्या में राहत नहीं मिलती है। इस तरह का दर्द आमतौर पर एक घंटे से अधिक समय तक रहता है।
हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों में से एक है सीने में दर्द के साथ सामान्य से अधिक पसीना आना। मरीज को पहले से कोई परेशानी नहीं होती है और बिना किसी वजह के अचानक उसे पसीना आने लगता है।
आराम करते समय भी घबराहट या घुटन जैसा महसूस करना, हृदयाघात के प्रमुख लक्षणों में से एक होता है। मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है या ऐसा लगता है जैसे उसे सांस लेने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है।
मरीज की सांस फूलने के साथ ही उसे खांसी भी आती है। उसे झागदार बलगम की भी समस्या हो सकती है। इस कफ का रंग गुलाबी हो सकता है या इसमें खून के निशान भी हो सकते हैं। अगर ऐसा हो रहा है तो इसका मतलब है कि मरीज के फेफड़ों से खून आ रहा है। यह हार्ट फेल होने की निशानी है।
यह समस्या ब्लड प्रेशर कम होने या दिल की धड़कन कम होने की वजह से हो सकती है। इसे बिलकुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
इनमें से कोई भी लक्षण या सभी लक्षण एक साथ हो सकते हैं। इसके बावजूद हार्ट अटैक बिना किसी संकेत के दस्तक दे सकता है। यह साइलेंट हार्ट अटैक होता है, जो डायबिटीज के मरीजों और ज्यादा उम्र के लोगों में अक्सर देखा जाता है।