लखनऊ: राज बब्बर यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। उन्होंने निर्मल खत्री की जगह ली है। आइए एक नजर डालते हैं राज बब्बर के राजनीतिक करियर पर...
समाजवादी पार्टी से कांग्रेस में आए फिल्म अभिनेता राज बब्बर अभी उत्तराखंड से राज्यसभा के सदस्य हैं। सपा में आने के बाद राज बब्बर पहली बार लखनऊ लोकसभा सीट से 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव लड़े। वाजपेयी को उनके नाम के बजाए गगन बिहारी कहे जाने पर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। वाजपेयी ने उन्हें बड़े अंतर से हराया था।
राज बब्बर ने 1989 में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की और जनतादल में शामिल हुए। वो पूर्व पीएम वीपी सिंह से काफी प्रभावित थे। बाद में वो सपा में शामिल हो गए और 1994 से 1999 तक आगरा सीट से सांसद रहे। आगरा सीट से ही उन्होंने लोकसभा का 2004 का चुनाव लड़ा। साल 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट के उपचुनाव में उन्होंने यूपी के वर्तमान सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को पराजित किया था।
सपा ने राज बब्बर को 2006 में निलंबित कर दिया था। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था । वो 2008 में कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन लोकसभा के 2014 के चुनाव में वो गाजियाबाद सीट से वीके सिंह से चुनाव हार गए । बाद में उन्हें उत्तराखंड से राजयसभा सदस्य बनाया गया।
साल 2013 में अपने एक बयान से वो विवादों में आए। उनका कहना था कि मुंबई में अभी भी लोग बारह रुपए में पेट भर भोजन कर सकता है। जब उसकी सभी तरफ से आलोचना होने लगी तो उन्होंने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया। राज बब्बर ने पीएम नरेंद्र मोदी को हिटलर कहा था।
अपनी कला का हुनर दिखाने वाले राज बब्बर को वीआर चोपड़ा ने अपनी फिल्म निकाह में मौका दिया, जिसमें उनके साथ दीपक पाराशर और पाकिस्तानी नायिका सलमा आगा थे। फिल्म चली तो राज बब्बर भी चल निकले। उनकी शादी मंच पर उनके साथ काम करने वाली नादिरा से हुई। बाद में उन्होंने स्मिता पाटिल से शादी की।