Sardiyo Me Kya Khaye: सर्दियों में इन सस्ती सब्जियों को खाकर करें शरीर से प्रोटीन की कमी दूर
Sardiyo Me Khane Wali Sabjiyan: सर्दियों के मौसम में अगर ख़ास रूप से आप इन सब्जियों को अपने खाने में शामिल करते हैं तो आपको पौष्टिकता का खज़ाना मिल जायेगा। साथ ही इनकी कीमत भी अभी कम है।
Winter Season Healthy Vegetables: जिंदगी में काम और जिम्मेदारियों की भागदौड़ के बीच आजकल लोगों की थाली से बहुत से पोषक तत्व धीरे-धीरे गायब होते जा रहें हैं। व्यस्तता के चलते ऑन लाईन फूड या किसी बड़े से बड़े होटल में खाया खाना आपके शरीर के पोषण की जरूरत को पूरा नहीं करता। जितना कि आपके हाथों से बना शुद्ध और पौष्टिक भोजन इस मामले में पूरी तरह से खरा उतरता है। लंबे समय तक घर से बाहर की चीजों को खाने से शरीर में कई तरह की दिक्कतें पैदा होने लग जाती हैं। ऐसे में हमारे शरीर में कई जरूरी तत्वों की कमी से एम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है और फिर हम कई तरह की बीमारियों की जद में भी चले जाते हैं। जिसमें हमारे शरीर में एक सबसे अहम भूमिका निभाने वाला तत्व प्रोटीन की कमी भी शामिल है। जिसकी कमी से हमें कई तरह की परेशानियां घेर लेती हैं। इसलिए बेहतर है कि आप अपना कीमती स्वास्थ और पैसा थोड़ी सी लापरवाही के चलते जाया कर दें उससे पहले कई बेहद सस्ती सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल कर अपने शरीर में प्रोटीन के साथ ही साथ फाइबर, आयरन, कैल्शियम और कई जरूरी विटामिन्स की कमी को पूरा कर एक स्वस्थ जीवन जीएं। वैसे तो शाकाहार वेज खाने में कई चीजों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जिसमें सोयाबीन और सोया प्रोडक्ट्स, दालें, फलियां, नट्स और बीज, साबुत अनाज जैसी चीजें शामिल हैं । लेकिन यहां आपको सर्दी के मौसम में बेहद कम कीमत पर मिलने वाली उन सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद मिलता है।
प्रोटीन की कमी से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे किः
क्वाशियोरकोर रोगः
यह रोग, बच्चों के आहार में प्रोटीन की कमी के कारण होता है। इस रोग में पेट और पैरों में सूजन आ जाती है, त्वचा सूखी और सफ़ेद दागदार हो जाती है और यकृत क्षतिग्रस्त हो जाता है।
फैटी लीवरः
प्रोटीन की कमी से लीवर सेल्स में फैट बढ़ने लगता है, जिससे फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। इससे थकान, कमज़ोरी या पसलियों के नीचे दर्द की समस्या हो सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर असरः
प्रोटीन की कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इससे खराब मूड, चिड़चिड़ापन और नकारात्मकता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
शरीर का विकास थमनाः
प्रोटीन की कमी से शरीर का विकास थम सकता है।
इम्यून पावर कमज़ोर होनाः
- प्रोटीन की कमी से इम्यून पावर कमज़ोर हो सकती है।
- प्रोटीन एक ज़रूरी पोषक तत्व है।
प्रोटीन की कमी से बचने के लिए खाने में इन प्रोटीन से भरपूर सब्जियों को शामिल करें*-
सोयाबीन
सोयाबीन एक फलियां हैं, जो प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। एक कप पके हुए सोयाबीन में लगभग 36 ग्राम प्रोटीन होता है।
शतावरी
कुलप्रोटीनः 5.31 ग्राम प्रति कप मौजूद होता है। स्वादिष्ट शतावरी को भुने, ग्रिल्ड या स्टीम कर खायें।
मटर
इसमें कुलप्रोटीन की मात्रा 8.58 ग्राम प्रति कप मिलती है। मटर प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है, खासकर सर्दियों के मौसम में इसे खाना बेहद फायदेमंद माना जाता है।
आलू
आलुओं में कुलप्रोटीन की मात्रा 4.32 ग्राम 1 मध्यम आकार के आलू में मौजूद होती है। आलू में प्रोटीन, पोटेशियम, विटामिन सी और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
पालक
पालक में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें कैलोरी 23,पानी 91 प्रतिशत, प्रोटीन 2.9 ग्राम, कार्ब्स 3.6 ग्राम,चीनी 0.4 ग्राम, फ़ाइबर 2.2 ग्राम,वसा 0.4 ग्राम, विटामिन ए 141 माइक्रोग्राम, फोलेट 58 एमसीजी, मैग्नीशियम 24 मिलीग्राम और पोटैशियम 167 मि.ग्रा मौजूद होता है।
मशरूम
मशरूम में बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी होती है और 100 ग्राम मशरूम से 2 से 3 ग्राम प्रोटीन मिलता है। शिटाके और रेशी मशरूम सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं।
फूलगोभी
एक कप यानी107 ग्राम फूलगोभी में 2 ग्राम प्रोटीन होता है। 100 ग्राम फूलगोभी में 1.9 ग्राम प्रोटीन और 25 कैलोरी होती है। इसकी कैलोरी का 31 प्रतिशत हिस्सा प्रोटीन से प्राप्त होता है। इस सब्जी में प्रोटीन, कैलोरीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और आयरन के गुण होते हैं।
ब्रोकोली
ब्रोकोली में कुलप्रोटीन की मात्रा 4.28 ग्राम प्रति 1 कप मौजूद होती है। इसमें प्रोटीन के अलावा, प्रचुर मात्रा में वनस्पति, विटामिन के और सी और भी बहुत कुछ होता है।
स्वीट कॉर्न
- इसमें कुल प्रोटीन की मात्रा 4.68 ग्राम प्रति 1 बड़ी कच्ची बाली में मौजूद होती है।
- गर्मियों में पाए जाने वाले इस ताज़े मक्के को साल भर के लिए फ्रिज में प्रिजर्व करके भी रखना बेहतर होता है।
- सर्दियों में मक्का खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है। मक्के के
- आटे से बनी रोटियां भी इस मौसम में सरसों के साग के साथ एक बेहतर विकल्प साबित होती हैं।