Health News: एंटीडिप्रेसेंट बढ़ा सकती हैं सडेन कार्डियक अरेस्ट का जोखिम, एक्सपर्ट से जानें बचने के 7 उपाय

Antidepressants Can Increase Sudden Cardiac Death Risk: एंटीडिप्रेसेंट्स वो दवाएं होती हैं, जो डिप्रेशन के इलाज में मदद करती हैं। इसके अलावा इनका इस्तेमाल एंग्जायटी और ओसीडी के इलाज के लिए भी किया जाता है।;

By :  Shreya
Update:2025-04-01 07:00 IST

Antidepressants And Cardiac Death Link (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Antidepressants And Sudden Cardiac Death Link: डिप्रेशन (Depression) एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जिससे आज के समय में बड़े से लेकर बच्चे तक पीड़ित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्टकी मानें तो दुनिया भर में लगभग 280 मिलियन लोग अवसाद से पीड़ित हैं। वहीं, भारत में भी लाखों लोग दुख, चिंता जैसी भावनाओं से गुजर रहे हैं। हालांकि दवाओं और थेरेपी के जरिए डिप्रेशन का इलाज संभव है।

लेकिन अब एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) को लेकर एक डराने वाला खुलासा वैज्ञानिकों ने किया है। सबसे पहले बता दें कि एंटीडिप्रेसेंट्स वो दवाएं होती हैं, जो डिप्रेशन के इलाज में मदद करती हैं। इसके अलावा डॉक्टर्स इन दवाओं को कुछ अन्य स्थितियों, जैसे कि एंग्जायटी और ओसीडी के इलाज के लिए भी लिखते हैं।

इसे लेकर एक नए शोध में शोधकर्ताएं ने खुलासा किया है कि व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली अवसादरोधी दवाएं (Antidepressants) संभावित हृदय स्वास्थ्य जोखिम से जुड़ी है। आइए जानते हैं क्या है वैज्ञानिकों का कहना।

शोध में हुआ ये खुलासा

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

सालों से एंटीडिप्रेसेंट (एडी) का इस्तेमाल डिप्रेशन समेत अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया जा रहा है, लेकिन अब पाया गया है कि ये दवाएं अचानक कार्डियक डेथ के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

यूरोपीय सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी के एक वैज्ञानिक सम्मेलन 'EHRA 2025' में प्रस्तुत नए शोध में, शोधकर्ताओं ने दिखाया कि अवसादरोधी (एडी) दवाओं के उपयोग का इतिहास न रखने वाले सामान्य लोगों की तुलना में, एडी दवाओं के इस्तेमाल का इतिहास रखने वाले व्यक्तियों में अचानक हृदय मृत्यु (Sudden Cardiac Death- SCA) का जोखिम अधिक होता है। अध्ययन में अवसादरोधी दवाओं की कई श्रेणियों को शामिल किया गया था, लेकिन शोधकर्ताओं ने किसी विशिष्ट दवाओं को विशिष्ट स्वास्थ्य परिणामों से नहीं जोड़ा है।

कैस की गई स्टडी?

रिसर्चर्स ने 2010 के दौरान 18 से 90 वर्ष की आयु के सभी डेनिश निवासियों की मृत्यु के आंकड़ों की जांच की। उन मौतों में से, शोधकर्ताओं ने ग्रुप को उन लोगों में विभाजित किया, जिन्होंने अवसादरोधी दवाओं का उपयोग किया और जिन्होंने नहीं किया। 6,002 अचानक हृदय संबंधी मौतों में से, उन्होंने पाया कि, अवसादरोधी दवाएं लेने वालों में अचानक हृदय संबंधी मृत्यु की व्यापकता उन लोगों की तुलना में बहुत अधिक थी, जो दवाएं नहीं लेते थे।

वहीं, डेनमार्क के कोपेनहेगन में रिग्शोस्पिटलेट हेर्टेसेन्ट्रेट में अध्ययन के सह-लेखक डॉ. जैस्मीन मुजकानोविक ने बताया कि "अवसादरोधी दवाओं के संपर्क में रहने का समय अचानक कार्डिएक डेथ (Sudden Cardiac Death) के उच्च जोखिम से जुड़ा था, और यह इस बात से जुड़ा था कि व्यक्ति कितने समय तक अवसादरोधी दवाओं के संपर्क में रहा था।"

इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि एक से पांच वर्षों तक अवसादरोधी दवाएं लेने वाले समूह में अचानक हृदयाघात से मृत्यु का जोखिम 56% अधिक था, जबकि छह या अधिक सालों तक अवसादरोधी दवाएं लेने वाले समूह में उन लोगों की तुलना में 2.2 गुना अधिक जोखिम था, जो अवसादरोधी दवाएं नहीं ले रहे थे।

सडेन कार्डियक डेथ क्या है और कैसे होता है (What Is Sudden Cardiac Death)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Cleveland clinic के मुताबिक, अचानक हृदयाघात (Sudden Cardiac Death- SCD) हृदय संबंधी समस्या के कारण एक घंटे के भीतर अचानक, अप्रत्याशित मृत्यु है। CPR करने से किसी व्यक्ति के बचने की संभावना दोगुनी हो सकती है। कार्डियक अरेस्ट से अचानक हृदयाघात हो सकता है।

जब आपको अचानक कार्डियक अरेस्ट होता है, तो आपका दिल आपके शरीर में ऑक्सीजन युक्त ब्लड पंप करना बंद कर देता है। जिससे आपके अंगों को कोई ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जो उन्हें काम करने और आपको जीवित रहने के लिए बेहद जरूरी है। ऐसे में ब्रेन और अन्य ऑर्गन्स तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए तत्काल मदद न मिलने पर यह घातक साबित होता है। उस बिंदु पर, यह अचानक हृदय की मृत्यु बन जाती है।

कैसे कम करें सडेन कार्डियक डेथ का खतरा (How To Prevent Sudden Cardiac Death)?

आप कई तरीकों से सडेन कार्डियक डेथ के जोखिम कम कर सकते हैं, जैसे कि- 

1- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: अगर आप हेल्दी खानपान रखते हैं और एक्सरसाइज करते हैं तो इससे कई तरह की बीमारियों के खतरे को टाला जा सकता है, उसमें SCD भी शामिल है। एससीडी के खतरे को कम करने के लिए अपना स्वस्थ वजन बनाए रखें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और कम वसा वाला आहार खाएं।

2- तंबाकू से करें परहेज: किसी भी तरह से तंबाकू का सेवन न करें। इससे अचानक कार्डियक डेथ को टाला जा सकता है।

3- स्मोकिंग को करें बंद: कार्डियक अरेस्ट के खतरे को कम करने के लिए पूरी तरह से धूम्रपान बंद कर दें।

4- बीपी-कोलेस्ट्रॉल का रखें ध्यान: हाई ब्लड प्रेशर, और कोलेस्ट्रॉल हाई होने से भी कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अपने बीपी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें।

5- जेनेटिक टेस्टिंग: अचानक हृदय मृत्यु के संभावित कारणों की तलाश के लिए आनुवंशिक परीक्षण करवाना (यदि आपका प्रदाता इसकी सिफारिश करता है)।

6- सीखें CPR का तरीका: CPR करने से किसी व्यक्ति के कार्डियक अरेस्ट से बचने की संभावना दोगुनी हो सकती है। ऐसे में सीपीआर का तरीका सीखें, ताकि आप अपने परिजन या आसपास मौजूद लोगों की जान बचा सकें।

7- हार्ट हेल्दी फूड्स: ऐसे फल-सब्जियों और फूड्स का सेवन करें, जो हार्ट हेल्थ को बूस्ट करने का काम करते हैं, जैसे कि पालक, ओट्स, बेरीज, टमाटर, चुकंदर आदि।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी के लिए है। इन उपायों व सुझावों पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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