आखिर क्यों राहुल गांधी को चाय देने से महिला ने कर दिया इनकार
किसान महापदयात्रा के तहत गुरुवार को राहुल गांधी शास्त्री चौक पहुंचे।लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति पर मार्ल्यापण करने के साथ यात्रा की शुरुआत हुई। गांधीनगर और रोडवेज मालवीय रोड होते हुए राहुल का काफिला एनएच पर पहुंचा। एनएच 28 के रास्ते राहुल गांधी फुटहिया पहुंचे।
बस्ती: किसान महापदयात्रा के तहत गुरुवार को राहुल गांधी शास्त्री चौक पहुंचे।लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति पर मार्ल्यापण करने के साथ यात्रा की शुरुआत हुई। गांधीनगर और रोडवेज मालवीय रोड होते हुए राहुल का काफिला एनएच पर पहुंचा। एनएच 28 के रास्ते राहुल गांधी फुटहिया पहुंचे।
इस दौरान वो अपनी बस से सड़क किनारे खडी जनता का अभिवादन स्वीकार करते रहे। कप्तानगंज में उन्होंने एक छोटी जनसभा की। यहां राहुल ने कहा, ''मोदी मस्त हैं और देश की जनता त्रस्त है। देश का किसान बेहाल है, कर्ज से डूबा है और केंद्र सरकार की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।
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इसके बाद राहुल की यात्रा हर्रेया पहुंची। यहां वो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रामरतन पाठक के घर पहुंचे। उन्होंने बच्चों और परिवार की महिलाओं से हालचाल पूछा।
नहीं पिला सकी चाय
राहुल ने परिवार की महिलाओं से चाय पीने की इच्छा जाहिर की, लेकिन अपना दुखड़ा सुना रही महिलाओं ने उनकी इस बात पर ध्यान नहीं दिया। इस बारे में कृष्णावती ने बताया कि अगर वो राहुल गांधी के लिए चाय बनाने किचन में जाती तो कम से कम पांच मिनट का समय लगता और वो पूरी बात नहीं कर पाती।
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महापुरुषों का हुआ अपमान
राहुल ने जिले में कई जगह महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यापर्ण किया। सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री और उसके अन्य महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी। लेकिन इस दौरान वो एक बड़ी गलती भी कर बैठे। राहुल गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर माला चढ़ाने गए तो जूता उतारना भूल गए। इसको लेकर विपक्ष अब हमलावर है। भाजपा जिलाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने राहुल को नादान और नासमझ करार दिया।