शरद पूर्णिमा पर नहीं कर पाएंगे ताज का दीदार, ASI का लगा ग्रहण

Update: 2016-10-14 11:59 GMT

आगरा: शरद पूर्णिमा पर ताज का दीदार हो जाए इसकी तमन्ना तो हर कोई रखता है। इसलिए हर साल शरद पूर्णिमा पर ताज को देखने आगरा पहुंचते है। यहां हर साल टूरिस्ट यहां ताज देखने आते है पर यहां की अव्यवस्था के चलते आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

टूट सकता है ताज के दीदार का सपना

शरद पूर्णिमा पर चांदनी रात में ताजमहल के दीदार के लिए टूरिस्ट पूरे साल इंतजार करते हैं। इस बार भी शरद पूर्णिमा होने से नाइटव्यू की टिकटों के लिए मारामारी मच गयी है। पर्यटक सुबह से ही ऐएसआई (ASI) विभाग के टिकट काउंटर पर लाइन लगे दिखाई दिए, लेकिन ऐएसआई की मनमानी के चलते टिकट न मिलने से दूर दराज से आए पर्यटकों को पूरे चांद की रोशनी में ताज के दीदार के सपना टूटता नजर आ रहा है। इसे लेकर आने वाले टूरिस्टों में नाराजगी है।

टूरिस्टों ने लगाया मनमानी का आरोप

यहां आए टूरिस्ट शोभा ,इशिता का आरोप है कि ऐएसआई टिकट देने में असमर्थता जता रहा है , वही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर आपसी मिली भगत से एक-एक आदमी को 40-50 टिकट दिए जा रहे हैं। वहीं ताज देखने आई अंकिता ने ऐएसआई कर्मी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। होटल व्यवसायी भी ऐएसाई विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

क्या कहा अधिकारियों ने?

इस बारे में एएसआई के अधिकारी ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर पूरे 400 टूरिस्ट ताज का दीदार करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पूर्णिमा पर दो दिन पहले और दो दिन बाद तक ताजमहल रात में 8:30 से 12:30 बजे तक खोला जाता है। 8 बैच में कुल 400 सैलानियों को ताज के दीदार की इजाजत है। हर बैच में 50-50 लोग रहते हैं। सीमित संख्या होने की वजह से टिकट की मारामारी रहती है और सुप्रीम कौर्ट के निर्देशानुसार सिर्फ २४ घंटे पहले ही टिकट दिया जा सकता है।

Tags:    

Similar News