सेना में जाना है सपना, पर नहीं चाहती जंग लड़ना, पिता के साथ कर चुकी है पैराजंपिंग

Update:2016-09-28 16:03 IST

आगरा: पिछले दिनों वन एनसीसी एयर स्कवाडन यूनिट की कैडेट तनुप्रिया ने पैरा जंपिंग कर एक अनोखा इतिहास बनाया है। ये इतिहास रच वो देश की पहली एनसीसी कैडेट बन गई हैं जिन्होंने अपने पिता के साथ पैरा जंपिंग की। तनुप्रिया के पिता सुरेंद्र सिंह एयरफोर्स में इंस्ट्रक्टर हैं। इस समय वो आगरा में तैनात है। इस उपलब्धि को मोदी के बेटियो का सम्मान करने के अभियान को समर्पित करते हैं।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें कब की थी पीएम मोदी से तनुप्रिया ने मुलाकात...

मोदी और मनोहर पर्रिकर से कर चुकी है मुलाक़ात

आगरा कॉलेज से बी काम लास्ट ईयर की स्टुडेंट और एनसीसी की सीनियर विंग तनुप्रिया ने एनसीसी में यूपी की ओर से रिपब्लिक डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात भी की है और मनोहर पर्रिकर के साथ डिनर भी किया है। तनुप्रिया से प्रभावित होकर मोदी ने तनु के साथ अपनी फोटो भी ट्वीट की थी।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें तनुप्रिया के एडवेंचर कैंप के बारे में...

हर साल होता है एयरफोर्स का एडवेंचर कैम्प

वैसे एयरफोर्स के सीओ विंग कमांडर गणेश सावंत के अनुसार हर साल 40 एनसीसी कैडेट्स को एडवेंचर कैम्प कराते हैं जिसमे कैडेट्स को कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है और पैराजम्प कराई जाती है और इसी कड़ी में हुए कैम्प में जब हमें तनुप्रिया की लगन और सपने के बारे में जाना तो बहादुर बेटी के उत्साहवर्धन के लिए हमने उसे उसके पिता के साथ जंप करने का अवसर दिया।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें तनुप्रिया बुलंद हौसले के बारे में...

1500 फ़ीट पर भी बाप-बेटी के हौसले थे बुलंद

तनुप्रिया के पिता इंस्ट्रक्टर सुरेन्द्र सिंह ने बताया की एयरफोर्स के एडवेंचर कैंप में पैराबेसिक कोर्स के दौरान स्ट्रेटिकलाइनम पैराशूट से 1500 फ़ीट की उंचाई से पैराशूट की सहायता से जंप करना होता है। तनुप्रिया ने बताया की शुरु में डर लगा था, लेकिन जब पैराजम्प के लिए पापा के साथ गयी तो ख़ुशी ने सारा डर भुला दिया और डेढ़ मिनट हवा में वे अपने पिता जी के साथ रहे। उनकी ख़ुशी और अपने सपने को एंजॉय करती रही।

पिता को मिल चुका प्रेसीडेंट अवार्ड

सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वो यूएस ओपन नेशनल में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके है। शिकागो में हुई वर्ल्ड मिलिटी पैराशूटिंग चैंपियनशिप में भी उन्होंने भाग लिया था। उन्हें 2014 में प्रेसीडेंट प्रणव मुखर्जी से सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें तनुप्रिया क्यों नहीं लड़ना चाहती..

सेना में जाना है सपना, पर नहीं चाहती लड़ना

तनुप्रिया का पहला सपना पिता की तरह एयरफोर्स में जाना है। वे एयरफोर्स के लिए ट्राई करेंगी और अगर न हुआ तो भी वो डिफेंस की ही जॉब करेंगी। हाल में पाकिस्तानी घुसपैठ पर विचार रखते हुए तनुप्रिया ने कहा की जहां तक हो सके बात से हल निकाला जाना चाहिए, क्योंकि कोई भी जंग हो, उससे देश का विकास सालों पीछे पहुंच जाएगा। सेना जंग के लिए नहीं, सुरक्षा के लिए होती है।

 

Tags:    

Similar News