ए नेता जी ! पार्टी बदल रहे हैं या बदलने वाले हैं, ये 6 टिप्स बहुत काम आएंगे

Update:2018-03-12 19:57 IST

लखनऊ : नरेश अग्रवाल ने साइकल छोड़ दी है। अब भला गर्मी के मौसम में कौन साइकलों पर चलता है। तो अपने नरेश ने भी भगवा गमछा सिर पर डाल लिया है। लेकिन उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई। पार्टी तो बदल ली लेकिन अपनी पिछली निशानियां जहां तहां पसरी रहने दी। अब मुए विरोधी पुरानी बयानबाजी के वीडियोज सोशल नेटवर्क पर रायते की तरह फैला रहे हैं। ऐसे में मुझसे उनका दुःख नहीं देखा जाता। तो पूरी रिसर्च के बाद बहुते काम का ज्ञान निकाले हैं। आप भी पढ़ लीजिए शायद कभी पार्टी छोडनी पड़े तो बाबा चिरकन के ताबीज की तरह शर्तिया काम आएगा।

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तो सबसे पहले पतंजलि की अगरबत्ती जला लो। क्योंकि यही है जो हमें कैंसर फैलाने वाले मिनरल आयल से बचाती है। शतप्रतिशत देशी है....अरे बीच में मत बोलो यार। ज्ञान लेने से पहले माहौल भी वैसा होना चाहिए की नहीं होना चाहिए। तो फिर सामने जो दरी है उसपर बैठ जाओ। जब तक कहा न जाए मुहं और उसे भी बंद रखना। (समझ तो गए होगे क्या बंद रखना है)।

तो आरंभ करते हैं

1 कभी भी नई वाली पार्टी में जाने से पहले और बाद में पुरानी पार्टी की इज्जत नहीं उतारना चाहिए। क्या पता मामला पटे नहीं और फिर पुरानी वाली को गले लगाना पड़े। इसलिए बोलो मुहं खोलो लेकिन मुहं की बवासीर किसी को मत दिखाओ।

2 जैसे ही पार्टी के साथ सौदा पटे दो चार या दस लड़कों को ट्वीट और फेसबुक की पोस्ट डिलीट करने में लगा दो। बहुत बेरोजगारी है बाबा। कम पैसे में लड़के मिल जाएंगे। लेकिन कुछ भी गंध बचनी नहीं चाहिए।

3 अगर बेटा जवान हो तो उसे पहले नई पार्टी में भी भेज सकते हैं। ताकि वो माहौल बना सके बाद में स्वयं इंट्री ले लो। अपने साथ अपने ही टाइप के या फिर पैसे देकर सौ-दो सौ मजदूरों को भी पार्टी में घुसा दो भौकाल बन जाएगा।

4 ज्यादा बोल बचन से बचो। नई पार्टी में जाने के बाद अध्यक्ष जी जब कुछ बोलें तो सिर्फ मुस्कराते रहो। जब माले की बारी आए तो साफ़ मना कर दो। ये कहो कि ये माला तब ही गले में जाएगी जब चुनाव जीत कर आपके पास आएंगे।

5 कोशिश करो कि जिस बीच के बंदे ने नई पार्टी में सैटिंग करवाईं है। वो सदस्यता समारोह में ही अध्यक्ष जी से सभी बातें मंच से बुलवा ले। वर्ना बाद में सिर्फ गुर्दे में खुजली होगी हाथ में कुछ नहीं आएगा।

6 अपने नारद मित्रों को बोलें कि सदस्यता समारोह से पहले सिर्फ अच्छी अच्छी बातें ही सामने आनी चाहिए। इसके लिए उनकी दवा का भरपूर इंतजाम रखना चाहिए। शाम की।

अब ये 6 टिप्स गांठ बांध लो बिलकुल बाबा चिरकन के ताबीज की तरह। जब मौका मिले रट्टा मार लेना। बाकी जय भीम, जय समाजवाद और जय श्री राम।

नोट : नेता जी, बुरी लगे तो माफी। लेकिन कही-सही पर विचार जरुर करिएगा।

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