देखें भारत का सबसे अनोखा मंदिर, जो जोड़ता है दो धर्मों को, वीडियो हो रहा वायरल
भारत अपनी सांस्कृतिक परंपराओं और इमारतों से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कुछ ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें पूर्वजों द्वारा बनाई गई, एक अद्भुत इमारत का जिक्र किया गया है । इन दिनों इस वीडियो को खूब पसंद किया जा रहा है। इस इमारत को देखने के बाद आप भी हो जाएंगे हैरान।
नई दिल्लीः भारत अपनी सांस्कृतिक परंपराओं और इमारतों से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कुछ ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें पूर्वजों द्वारा बनाई गई, एक अद्भुत इमारत का जिक्र किया गया है । इन दिनों इस वीडियो को खूब पसंद किया जा रहा है। इस इमारत को देखने के बाद आप भी हो जाएंगे हैरान।
क्या है इस वायरल वीडियो में-
इस वीडियो में एक इमारत के गुबंद को दिखाया गया है। इस गुबंद के अंदर एक गोलाकार पिंड है। यह पिंड इस इमारत का सबसे मुख्य हिस्सा माना जाता है। चारों ओर से खाचें से घिरा यह अनोखा पिंड घंटी का काम करता है। यह अद्भुत घंटी आप को इस मंदिर में प्रवेश करते ही दिख जाएगी।
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आइए जानते हैं कहां पर है यह अनोखा मंदिरः
यह अद्भुत मंदिर कर्नाटक राज्य में स्थित है। 12 वीं शताब्दी में बना यह मंदिर आज विश्व के अद्भुत मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को देखने के लिए विदेश से भी लोग आते हैं। इसे होयसलेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है,और हलेबिदु मंदिर भी कहा जाता है। यह स्मारक होयबिदु के होयसला साम्राज्य की पूर्व राजधानी है । इस मंदिर का निर्माण एक झील के किनारे पर हुआ। बताया जाता है कि होयसला साम्राज्य के राजा विष्णुवर्धन इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर में शिव की आराधना की जाती है।
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क्या खासियत है इस मंदिर काः
सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस मंदिर में हिंदू धर्म के साथ-साथ जैन धर्म भी शामिल है। इस मंदिर में शिव के साथ जैन धर्म के भी चित्र बनाये गये हैं। यह एक जुड़वा मंदिर है जिसमें एक मंदिर राजा के लिए और दूसरा मंदिर रानी के लिए है। इसकी दीवारों पर लगभग हजारों आकृतियां हैं जो महाभारत और रामायण के दृश्यों को दर्शाती हैं। आप को बता दें कि मंदिर की बाहरी दीवारों की बहुत ही खुबसूरती से नक्काशी की गई है। वर्तमान समय में होयलेसलेश्वर मंदिर में बहुत सी कलाकृति क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं । लेकिन काफी हद तक अभी भी यह कलाकृति बरकरार हैं।
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