अमर सिंह फिर बने सपा में विवाद का कारण, पार्टी में कभी हुआ करता था बड़ा कद
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) से 2010 में निकाले जाने और 2014 में लोकसभा का चुनाव रालोद के टिकट पर हार जाने के बाद अमर सिंह ने राजनीति से तौबा कर ली थी। उस वक्त उन्होंने कहा था, वो अब पूरा समय अपनी पत्नी और बच्चियों के साथ गुजारना चाहते हैं। लेकिन राजनीति का कीड़ा जिसे काट लेता है वो जल्द इससे छूट नहीं पाता।
सपा में कभी होता था बड़ा कद
भ्रष्टाचार, फिल्म एक्ट्रेस बिपाशा बसु के साथ टेप कांड, मनी लांडरिंग जैसे कई आरोपों से घिरे अमर सिंह सपा में कभी बहुत ताकतवार हुआ करते थे। पार्टी महासचिव और प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद उनके पास थे। उनकी ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो रामगोपाल यादव के सुझाव को भी नजरअंदाज कर दिया करते थे। पानी जब सिर से गुजरने लगा तो मुलायम सिंह यादव ने उन्हें और जयाप्रदा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसकी घोषणा भी उन्होंने रामगोपाल से ही कराई।
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मौका भांपने में माहिर
मुलायम नाराज चल रहे हैं। इसका आभास अमर सिंह को पहले ही हो गया था। इसलिए उन्होंने 6 जनवरी 2010 को सपा के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया। पार्टी ने भी देर नहीं की और उन्हें 2 फरवरी 2010 को बाहर निकाल दिया।
लौट के अमर घर को आए
सपा से निकाले जाने के बाद अमर सिंह कुछ दिन तो चुप रहे लेकिन बाद में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ अपनी भड़ास निकालने लगे। उन्होंने मुलायम के खिलाफ काफी कुछ कहा। वो रालोद में भी गए लेकिन उनकी वहां दाल नहीं गली। बाद में उन्होंने शिवपाल सिंह यादव का दामन थामा और धीरे-धीरे फिर से मुलायम के करीब आ गए। इतने करीब कि मुलायम को कहना पड़ा, 'अमर सिंह सपा में नहीं मेरे दिल में हैं।' मुलायम के जन्मदिन पर उन्होंने इटावा में केक काटा।
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आजम खुलकर आए विरोध में
हालांकि जब सपा में उनकी वापसी की सुगबुगाहट शुरू हुई तो पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान खुलकर उनके सामने आ गए। उन्होंने पार्टी हार्इ्कमान को इसके लिए चेताया भी। सिर्फ आजम खान ही नहीं बल्कि रामगोपाल यादव भी उनके साथ थे लेकिन मुलायम सिंह यादव के सामने किसी की नहीं चली।
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झगड़े की जड़ बने अमर सिंह
अमर सिंह पहले इस साल जुलाई में राज्यसभा के लिए चुने गए और बाद में पार्टी के महासचिव बना दिए गए।
परिवार में जब विवाद शुरू हुआ तो वो कभी शिवपाल के पक्ष में खड़े दिखाए दिए तो कभी अखिलेश के पक्ष में। विवाद की शुरुआत में ही ये कहा गया कि वो सभी झगड़े की जड़ में हैं। सपा परिवार का झगड़ा ही नहीं बल्कि अमर सिंह का तो विवादों से गहरा नाता रहा है।
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हमेशा सुर्खियों में रहे हैं अमर सिंह
फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन से नजदीकी फिर दूरी, बिपाशा बसु का टेप कांड, बीजेपी के तीन सांसदों को रिश्वत देने का मामला या बटला हाउस इनकाउंटर को फर्जी बताना जैसे कई मामले हैं जिन्होंने अमर सिंह को सुर्खियों में रखा है। सुर्खियों में वो अब भी हैं। मुलायम के परिवार में झगड़े के कारण ही सही।
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