अपना दल, पीस पार्टी और निषाद पार्टी का हुआ गठबंधन, साथ मिलकर लड़ेंगे यूपी की जंग

Update:2017-01-30 19:31 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासी जंग में अपना परचम लहराने के लिए बड़ी सियासी पार्टियों के बीच हाथ मिलाकर साथ में जंग लड़ने का दौर शुरू हो चुका है। खुद को इन पार्टियों का विकल्प मानने वाले छोटे दल भी एक जुट होकर इन बड़ी पार्टियों को टक्कर देने की तैयारी में है। इसी कड़ी में अपना दल, पीस पार्टी और निषाद पार्टी में सूबे में होने वाले चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान कर दिया है। इस मौके पर पल्लवी पटेल ने बड़ी पार्टियों को टक्कर देते हुए सूबे में गठबंधन वाली सरकर बनाने का दावा किया है।

मौजूद रहे तीनो पार्टियों के शीर्ष नेता

अपना दल (कृष्ण पटेल गुट) ने ,पीस पार्टी और निषाद पार्टी से गठबंधन का ऐलान करते हुए इसे बड़ी पार्टियों का विकल्प करार दिया है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और अपना दल के दूसरे गुट की नेता पल्लवी पटेल ने पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संतकबीर नगर से विधायक डॉ अयूब ,और निषाद पार्टी के संजय कुमार निषाद का गुलदस्ता दे कर इस्तकबाल किया।

डॉ अयूब ने साधा सपा-बसपा पर निशाना

इस दौरान डॉ. अयूब ने सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में रहने के दौरान दोनों ही पार्टियों ने अपना-अपना वोटबैंक मज़बूत करने के लिए विशेष जाति समूह को फायदा पहुंचाया है, जबकि सूबे की कानून-व्यवस्था बिल्कुल लचर हो चुकी है। इस पर दोनों ही पार्टियों की सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया, जबकि समाजवादी पार्टी ने ख़ास वर्ग की ही नौकरी में भर्ती करवाई। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा राज में मौर्य,शाक्य, सैनी, घोसी जैसी कई जातियो का हक़ मार कर अपने वोट बैंक से ताल्लुक रखने वाले लोगों को दे दिया।

दबे कुचले वर्ग को उनका हक़ दिलाना है गठबंधन का मक़सद

इस गठबंधन के मौके पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मायावती ने अनुसूचित जाति का हिस्सा हड़प कर अपने बेस वोट को दे दिया, जिसका हम खुलकर विरोध करते है। उन्होंने साफ़ कर दिया कि इस गठबंधन की सरकर बनने के बाद उनका पहला कदम दबे कुचले वर्ग को उनका हक़ दिलाना होगा। अति दलित ,पिछडों और मुस्लिम समुदाय का विकास करना है।

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