धुरंधर नेताओं को अपने क्षेत्र में प्रचार से रोका, तीसरी बार नहीं हारना चाहता भाजपा प्रत्याशी
भाजपा प्रत्याशी रामवीर को डर है कि केंद्रीय नेता उनके क्षेत्र में माहौल बिगाड़ सकते हैं। रविवार को उनके क्षेत्र के मूंढापांडे में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की जनसभा भी रद्द हो गई। सभा रद्द होने के पीछे जो भी कारण हो, रामवीर ने कहा कि सभा पर 4 लाख खर्च हो रहा था, इसलिये मैंने मना कर दिया।
मुरादाबाद: जहां हर प्रत्याशी अपने क्षेत्र में प्रचार के लिये पार्टी के धुरंधरों की जनसभा लगवाने में जुटा है, वहीं एक प्रत्याशी ने स्टार प्रचारकों को अपने क्षेत्र में आने से मना कर दिया है। भाजपा का यह प्रत्याशी नहीं चाहता कि राष्ट्रीय स्तर के नेता उसके क्षेत्र में आएं और वह तीसरी बार चुनाव हार जाय।
हार की चोट
-मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने वीवीआईपी और स्टार प्रचारकों को क्षेत्र में आने से मना कर दिया है।
-भाजपा प्रत्याशी को डर है कि बड़े नेता आ गये, तो वह तीसरी बार भी चुनाव हार जाएंगे।
-भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह इससे पहले इस क्षेत्र से 2007 और 2012 में चुनाव हार चुके हैं।
-2007 में उन्हें बसपा के हाजी अकबर ने और 2012 में सपा के हाजी रिजवान ने हराया था।
-दरअस्ल, इस क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी आबादी है। रामवीर को लगा कि मुस्लिम उन्हें वोट नहीं देते।
-दो चुनाव हारने के बाद पिछले पांच साल में रामवीर सिंह ने मुस्लिम वोटरों पर अपनी पकड़ बनाई है।
-क्षेत्र के गांव-गांव में रामवीर ने सभी धर्म और जातियों के बीच काफी काम किया है और रोजगार में मदद दी है।
-यहां तक कि, भाजपा की परिवर्तन यात्रा से लेकर मोदी की मुरादाबाद में रैली तक ये मुस्लिम वोटर रामवीर के साथ खड़े दिखाई दिए।
अब नहीं हारना
-अब भाजपा प्रत्याशी रामवीर को डर है कि केंद्रीय भाजपा नेता उनके क्षेत्र में माहौल बिगाड़ सकते हैं।
-रविवार को उनके क्षेत्र के मूंढापांडे में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की जनसभा भी रद्द हो गई।
-सभा रद्द होने के पीछे जो भी कारण हो, रामवीर ने कहा कि सभा पर 4 लाख खर्च हो रहा था, इसलिये मैंने मना कर दिया।
-लेकिन सूत्रों का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी रामवीर नहीं चाहते कि कोई बड़ा नेता उनके समर्थन में सभा करने आए, और वह चुनाव हार जाएं।
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