अब BSP सोशल मीडिया से विरोधियों को दे रही जवाब, जिलों में भी ट्विटर एकांउट
बसपा मुखिया मायावती ने 15 जनवरी 2014 को भले ही यह कहा था कि पार्टी के लोग मीडिया और सोशल मीडिया के चक्कर में न पड़ें, लेकिन यह बदलते समय की जरूरत ही है कि अब बसपा भी सोशल मीडिया पर विरोधियों को जवाब देने में पीछे नहीं है। यहां तक कि सितम्बर के महीने में #MayawatiNextUPCM ट्विटर पर छठें नंबर पर ट्रेंड कर कर रहा था।
लखनऊ: बसपा मुखिया मायावती ने 15 जनवरी 2014 को भले ही यह कहा था कि पार्टी के लोग मीडिया और सोशल मीडिया के चक्कर में न पड़ें, लेकिन यह बदलते समय की जरूरत ही है कि अब बसपा भी सोशल मीडिया पर विरोधियों को जवाब देने में पीछे नहीं है। यहां तक कि सितम्बर के महीने में #MayawatiNextUPCM ट्विटर पर छठें नंबर पर ट्रेंड कर कर रहा था।
बहरहाल इससे सोशल मीडिया पर मौजूद पार्टी के समर्थक उत्साहित हैं और राजनीतिक रणनीतिकार इसे बसपा को अपनी छवि बदलने से जोड़ कर देख रहे हैं। देखा जाए तो मौजूदा समय में जिलों में भी बसपा के ट्विटर हैंडिल बन गए हैं। बसपा मुखिया की कई रैलियां और भाषण भी सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारित किए गए।
यह भी पढ़ें ... BSP अब भी चुनाव के परंपरागत तरीकों पर निर्भर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज है नाम
कांग्रेसियों के लिए पीके ने उठाया सोशल मीडिया का जिम्मा
बात करें अन्य दलों की तो बीजेपी ने पहले ही अपना आईटी सेल बना रखा है और यूपी चुनाव के ठीक पहले एक कदम आगे बढ़ते हुए जिलों तक इसका विस्तार कर रही है। कांग्रेस में इसका जिम्मा प्रशांत किशोर की टीम ने संभाल रखा है और कांग्रेस के चुनावी अभियान को सोशल मीडिया में प्रमोट कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें ... मोदी-नीतीश को जीत दिलाने वाले PK ने कांग्रेस को कहा Goodbye, अंतर्कलह से थे नाराज
सपा भी सोशल मीडिया के जरिए उपलब्धियों का कर रही बखान
समाजवादी पार्टी के युवा कार्यकर्ता भी विधानसभा स्तर पर सोशल मीडिया टीम बना रहे हैं। पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता रही पंखुड़ी पाठक बाकायद #ISupportAkhilesh के जरिए पार्टी की उपलब्धियों को प्रसारित कर रही हैं और प्रदेश भर से युवाओं की टीम को जोड़ रही है।
यह भी पढ़ें ... फिर #ISupportAkhilesh कैम्पेन की बढ़ी रफ्तार, अमेरिका से ही लोगों को जोड़ने में जुटीं पंखुड़ी
युवाओं के बीच को खुद पिछड़ा महसूस कर रही थी बसपा
इन सबके बीच बसपा खुद को युवा वर्ग के लोगों के बीच पिछड़ा महसूस कर रही थी। पार्टी नेताओं का कहना है कि इसको देखते हुए सोशल मीडिया एक्सपर्ट का सहारा लिया गया जो सोशल नेटवर्किंग साइट पर पार्टी का पक्ष भी रख सकें और विरोधियों को जवाब भी दे सकें। करीबन सभी जिलों के ट्विटर हैंडिल बनाए गए हैं। वैसे पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता पहले से ही सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।