लेटर बम रोकने के लिए मैदान में उतरे अखिलेश, कहा- मेरे समर्थन में न लिखें नेताजी को पत्र
लखनऊः सपा में चल रहे लेटर बम पर रोक लगाने के लिए सीएम अखिलेश मैदान में उरत आए हैं। बुधवार को एमएलसी उदयवीर का लेटर और उसके बाद आशू मलिक। सीएम गुरुवार को सख्त हिदायत देते हुए कार्यकर्ताओं को कहा है कि मेरे समर्थन में किसी को पत्र देने की जरूरत नहीं है। सीएम ने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि कार्यकर्ता और नेता विवादित बयान देने से बचें।
बुधवार को एमएलसी उदयवीर सिंह ने लिखा था मुलायम को लेटर
-एमएलसी उदयवीर सिंह ने बुधवार को सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर सपा की पूरी कमान सीएम अखिलेश को सौंपने की बात कही थी।
-उदयवीर ने चिट्ठी के जरिए आरोप लगाया था कि पार्टी के कुछ नेता अखिलेश यादव से निजी ईर्ष्या रखते हैं।
-सीएम के खिलाफ घर में ही साजिश हो रही है।
-एमएलसी ने सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की थी।
-उदयवीर सिंह ने चिट्ठी में लिखा था कि अगर अखिलेश को अधिकार नहीं मिलता है तो पार्टी टूट सकती है।
-एटा मैनपुरी से निर्विरोध एमएलसी उदयवीर सिंह सीएम अखिलेश के बहुत करीबी माने जाते हैं।
-वहीं आशू मलिक को मुलायम सिंह का खास माना जाता है।
उदयवीर की चिट्ठी का आशू मलिक ने दिया था जवाब
-सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के करीबी एमएलसी आशू मलिक ने एमएलसी उदयवीर सिंह की चिट्ठी का जवाब दिया है।
-उदयवीर की चिट्ठी के जवाब में गुरुवार को आशू मलिक ने फेसबुक के जरिए एक पत्र जारी कर निशाना साधा।
-आशू ने उदयवीर को जवाब में लिखा है कि नेताजी(मुलायम सिंह) के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
-नेता जी पर उंगली उठाने वालों की कोई भी राजनीतिक हैसियत नहीं है।
-मुलायम के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। समाजवादी पार्टी मुलायम के दम पर है।
-मुसलमानों के विश्वास हैं मुलायम। उनको हटाने की मांग करने वाले लोग स्वार्थी हैं।