अनुराग शुक्ला
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में चुनाव आयोग के नियम मतदाता की हैसियत देखकर बदल जाते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ वीआईपी बूथ लखनऊ मांटेसरी स्कूल पर।
यहां 92 से 97 साल तक के बुजुर्ग मतदाताओं को तो वहां खड़े बल ने रोक दिया, पर थोड़ी ही देर में वहां लाव- लश्कर से आई यूपी की पूर्व सीएम मायावती बाकयादा अपनी गाड़ी से मतदान परिसर के अंदर से तक गईं। चुनाव आयोग अब जांच करने की बात कर रहा है।
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बुजुर्गों को व्हील चेयर तक नहीं दी चुनाव आयोग
जब करीब साढे 8 बजे सुबह मतदान करने बुजुर्ग मतदाता पहुंचे, तो गेट पर ही उनका पारा चढ़ गया। दरअसल, 92 साल के डॉ. एसके जैन का कहना था कि उनकी गाड़ी को पहले रोक दिया गया और पिछले चुनाव की तरह इस बार व्हील चेयर भी नहीं दी गई। उनकी तकलीफ देखकर फोटो जर्नलिस्टों और केंद्रीय बल ने उन्हें गोद में लेकर बूथ तक पहुंचाया।
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मायावती का जलवा बरकरार रखा चुनाव आयोग ने
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को न सिर्फ गाड़ी से अंदर आने दिया गया बल्कि सुरक्षा में तैनात कर्मियों ने बाकायदा लोगों को हटाया भी। मायावती पूरी शानो-शौकत से गाड़ी से मतदान परिसर पहुंची। उनके साथ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा भी थे।
आयोग अब कर रहा जांच की बात
newstrack.com ने जब इस बाबत चुनाव आयोग से बात की तो ज्वाइंट सीईओ एके पांडेय ने भरोसा दिलाया कि 'पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। अगर कोई दोषी हुआ तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।'