UP विधानसभा चुनाव के नतीजों से बदलेगा राज्यसभा का समीकरण, अब नहीं अटकेंगे बिल

Update:2017-03-12 17:14 IST

लखनऊ: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आने के बाद अब राज्यसभा में सीटों की गणित बदल जाएगी। अब तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपर हाउस में संख्या बल में कमी के चलते कई बिल पास कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन यू्पी और उत्तराखंड में बहुमत हासिल होने पर राज्यसभा में उसके सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी।

इतना ही नहीं, उसके लिए अपनी पसंद का राष्ट्रपति बनाने का रास्ता भी आसान हो गया है। जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी को इसका फायदा मिलेगा।

राष्ट्रपति चुनाव पर भी पड़ेगा असर

मौजूदा समय में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की राज्यसभा में ताकत 73 सांसदों की है। जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के 71 सांसद हैं। राष्ट्रपति को चुनने की प्रक्रिया में लोकसभा, राज्यसभा के साथ-साथ राज्यों की विधानसभाओं के सदस्य भी हिस्सा लेते हैं। यूपी और उत्तराखंड में बहुमत मिलने के बाद बीजेपी के लिए अपनी पसंद का राष्ट्रपति चुनने की राह आसान हो जाएगी।

यूपी की जीत निभाएगा अहम रोल

यूपी विधानसभा की 403 सीटों का राष्ट्रपति चुनाव में बड़ा रोल है। राष्ट्रपति चुनाव की वोट वैल्यू 10,98,882 है। जीतने के लिए करीब 5.49 लाख वोट चाहिए। बीजेपी गठबंधन के पास मौजूदा समय में 4.57 लाख वोट हैं। यानी करीब 92 हजार और वोटों की जरूरत है। पांच राज्यों के वोट की वैल्यू 1,03,756 है। लेकिन इस जीत के साथ बीजेपी बाकी वोटों का जुगाड़ आसानी से कर लेगी।

Similar News