यूपी के दंगल में बासी फिल्मी चेहरे भी जमा रहे रंग, कह रहे- आजा मेरे संग-आजा मेरे संग

Update:2017-02-09 15:24 IST

vinod kapoor

लखनऊ: फिल्मी सितारे आमतौर पर राजनीति से परहेज करते हैं लेकिन चुनाव में जब प्रचार की बारी आती है तो वो इसके लिए तुरंत राजी भी हो जाते हैं।

कुछ दल तो इसीलिए फिल्म वालों को टिकट देते हैं कि वो तो जीतेंगे ही साथ ही उनकी पार्टी के पक्ष में प्रचार भी करेंगे। फिल्मी सितारों के प्रचार से ये चुनाव भी अछूता नहीं है।

हेमा-स्मृति-जया कर रहीं धुआंधार प्रचार

बीजेपी की मथुरा से सांसद हेमा मालिनी और कभी टेलीविजन की दुनिया की रानी रहीं और अब केंद्र में मंत्री स्मृति ईरानी अपनी पार्टी के पक्ष में धुआंधार प्रचार कर रही हैं। गुजरे जमाने की अभिनेत्री और सपा की राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने 8 फरवरी को सपा सांसद डिंपल यादव के साथ आगरा में चुनाव प्रचार किया।

अदाकारों को जोड़ने में सपा सबसे आगे

फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन और नवाजुद्दीन सिद्दिकी सपा सरकार में ब्रांड एंबेसडर हैं। विद्या जहां महिला पेंशन के प्रचार में दिखाई देती हैं तो नवाजुद्दीन किसान बीमा योजना के प्रचार में दिखाई देते हैं। विद्या केंद्र सरकार के 'जहां सोच, वहां शौचालय' के प्रचार में नजर आती हैं। हालांकि सपा के पास जयाप्रदा के रूप में एक और अभिनेत्री है, लेकिन उन्हें प्रचार से दूर रखा गया है। कारण, वो सपा से अब निकाल दिए गए अमर सिंह के ज्यादा करीब हैं।

आगे की स्लाइड में पढ़ें बसपा को क्यों नहीं है फ़िल्मी कलाकारों पर भरोसा ...

बसपा का भरोसा फिल्म वालों पर नहीं

वहीं, बसपा का फिल्म वालों पर विश्वास नहीं है। मायावती ने कभी भी किसी फिल्म अभिनेता या अभिनेत्री को टिकट नहीं दिया। लोकसभा चुनाव में मायावती ने हरियाणा से पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा को मैदान में उतारा था लेकिन वो हार गए। कोई प्रत्याशी यदि निजी हैसियत से फिल्म वालों को प्रचार के लिए बुलाता है तो इससे मायावती को ऐतराज भी नहीं है।

जीनत अमान और महिमा चौधरी ने किया रोड शो

मथुरा से बसपा के प्रत्याशी मनोज पाठक के समर्थन में गुजरे जमाने की अदाकारा जीनत अमान ने रोड शो किया, तो दो दिन पहले महिमा चौधरी भी प्रचार के लिए मेरठ आई थीं। फिल्मी कलाकारों में कांग्रेस के पास नगमा हैं, लेकिन पता नहीं उन्हें प्रचार से क्यों दूर रखा गया है।

राजबब्बर की सभाओं में जुटती है खासी भीड़

इन फ़िल्मी सितारों के बीच राजबब्बर का नाम ना हो तो बात पूरी नहीं होगी। कांग्रेस पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पार्टी की ओर से आयोजित सभाओं में लोग उन्हें देखने-सुनने जरूर आते हैं। यही वजह है कि राजबब्बर की सभाओं में अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है।

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